नई दिल्ली। : ज्ञानवापी केस पर वाराणसी जिला अदालत ने सोमवार को हिंदू पक्ष के हक में फैसला सुनाया और मुस्लिम पक्ष की अर्जी को खारिज कर दिया। जिसके बाद PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने विवादित बयान दे दिया। महबूबा बोली कोर्ट के ज्ञानवापी के निर्णय पर मुझे अफसोस है क्योंकि कोर्ट अपने फैसलों को नहीं मान रही जिसमें उन्होंने 1947 के बाद सारे धार्मिक जगहों की यथास्थिति को बनाए रखने के लिए कहा था। कोर्ट भाजपा के नरेटिव को आगे बढ़ा रही है।
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महबूबा ने आगे कहा यही भाजपा नागालैंड में अलग संविधान और झंडा दे रही है और उन लोगों से बात कर रही है जिन लोगों ने फौजी गाड़ी को उड़ाया था और हमारे 18 जवान शहिद हुए थे। मेरा मानना है कि (गुलाम नबी) आजाद जी की अपनी राय है।
कोर्ट के फैसले को बताया निराशाजनक
गौरतलब है कि कोर्ट के फैसले को निराशाजनक बताते हुए सोमवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा सरकार 1991 के प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट का क्रियान्वयन सुनिश्चित करे। बोर्ड के महासचिव ने आगे कहा ज्ञानवापी के संबंध में जिला अदालत का प्रारंभिक फैसला निराशाजनक और दुखदायी है।
कोर्ट के ज्ञानवापी के निर्णय पर मुझे अफसोस है क्योंकि कोर्ट अपने फैसलों को नहीं मान रही जिसमें उन्होंने 1947 के बाद सारे धार्मिक जगहों की यथास्थिति को बनाए रखने के लिए कहा था। कोर्ट भाजपा के नरेटिव को आगे बढ़ा रही है: PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, जम्मू pic.twitter.com/5hSEkU4tPh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 13, 2022
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