Operation Sindoor: 'भय बिनु होय ना प्रीति'.. ये चौपाई सुनाकर भारतीय सेना ने पाकिस्तान को दी ये कड़ी चेतावनी, वायुसेना प्रमुख बोले- याचना नहीं अब रण होगा |

Operation Sindoor: ‘भय बिनु होय ना प्रीति’.. ये चौपाई सुनाकर भारतीय सेना ने पाकिस्तान को दी ये कड़ी चेतावनी, वायुसेना प्रमुख बोले- याचना नहीं अब रण होगा

'भय बिनु होय ना प्रीति'.. ये चौपाई सुनाकर भारतीय सेना ने पाकिस्तान को दी ये कड़ी चेतावनी, Indian army gave a strong warning to Pakistan by reciting this quatrain from Ramcharit Manas

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Modified Date: May 12, 2025 / 05:27 PM IST
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Published Date: May 12, 2025 5:11 pm IST

नई दिल्लीः Operation Sindoor: पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर पर भारतीय सेना ने सोमवार को लगातार दूसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की। आर्मी से DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, नेवी से वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयरफोर्स से एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर 32 मिनट तक फिर जानकारी दी। इस दौरान एयर मार्शल भारती ने रामचरित मानस की चौपाई के जरिए पाकिस्तान को चेतावनी दी।

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Operation Sindoor: उन्होंने रामचरितमानस की चौपाई पढ़ते हुए कहा ‘विनय न मानत जलधि जड़, गये तीन दिन बीति. बोले राम सकोप तब, भय बिनु होइ न प्रीति’. हमारी लड़ाई आतंकवादियों के साथ है। हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री के साथ नहीं है। पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों का साथ दिया, तो हमने उसका जवाब दिया। अपनी सेना के नुकसान के लिए वह खुद जिम्मेदार है।’ भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई की शाम 5 बजे संघर्ष विराम हुआ था।

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बता दें कि अवधेश कुमार भारती ने जो चौपाई सुनाई वह गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस की है। यह लंका कांड में है, जब श्रीराम समुद्र से लंका जाने के लिए मार्ग देने की प्रार्थना करते हैं, लेकिन समुद्र नहीं मानता है। तब भगवान श्रीराम गुस्से में आकर कहते हैं… “विनय ना मानत जलधि गए तीन दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होय ना प्रीति।।” इसका मतलब है कि समुद्र तीन दिन तक भगवान राम द्वारा विनम्र से की गई प्रार्थना को नहीं मानता है, तब भगवान राम गुस्से में कहते हैं कि बिना डर के कोई आज्ञा भी नहीं मानता है। जैसे को तैसा सबक देना ही पड़ेगा।

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अब पाकिस्तान को छोड़ने वाली नहीं है भारतीय सेना

आज भारतीय सेना प्रेस ब्रीफिंग की शुरुआत ही रामधारी सिंह दिनकर की कविता ‘याचना नहीं अब रण होगा’ से की गई। इसके जरिए भारतीय सेना ने आज संदेश दिया कि अब अन्याय के खिलाफ युद्ध का समय है। भारत अब पाकिस्तान को छोड़ने वाली में से नहीं है। पाकिस्तान ने भारत में आतंक के नाम पर दहशतगर्दी फैलाई तो युद्ध होकर रहेगा। भारत दुश्मन देश पाकिस्तान को जंग के मैदान में ढेर कर देगा।


ऑपरेशन सिंदूर क्या है?

ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की आतंक के खिलाफ बड़ी जवाबी सैन्य कार्रवाई है, जिसमें आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया।

सेना ने रामचरितमानस की चौपाई क्यों पढ़ी?

एयर मार्शल भारती ने 'विनय न मानत जलधि जड़…' चौपाई पढ़कर यह संदेश दिया कि शांति की विनम्र अपील काम न आए, तो शक्ति का प्रयोग जरूरी हो जाता है।

क्या भारत-पाक के बीच युद्ध के आसार हैं?

फिलहाल सीजफायर लागू है, लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि अगर आतंकवाद जारी रहा, तो वह चुप नहीं बैठेगा।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या खास कहा गया?

सेना ने कहा कि उनकी लड़ाई पाकिस्तानी सेना से नहीं, आतंकियों से है। लेकिन अगर पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों का साथ दिया, तो उसे परिणाम भुगतने होंगे।

‘याचना नहीं अब रण होगा’ कविता का संदर्भ क्या है?

यह रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध कविता है, जो अन्याय और दमन के खिलाफ युद्ध की आवश्यकता को दर्शाती है। सेना ने इसे पढ़कर अपना दृढ़ रुख दर्शाया।