आईएसएफ ने अपने एकमात्र विधायक और कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर बंगाल में प्रदर्शन किया

आईएसएफ ने अपने एकमात्र विधायक और कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर बंगाल में प्रदर्शन किया

आईएसएफ ने अपने एकमात्र विधायक और कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर बंगाल में प्रदर्शन किया
Modified Date: August 21, 2025 / 03:54 pm IST
Published Date: August 21, 2025 3:54 pm IST

कोलकाता, 21 अगस्त (भाषा) ‘इंडिया सेकुलर फ्रंट’ (आईएसएफ) के कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में बृहस्पतिवार को विरोध प्रदर्शन किया और पार्टी के एकमात्र विधायक नौशाद सिद्दीकी व कई अन्य लोगों की रिहाई की मांग की। सिद्दीकी को एक दिन पहले प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिया गया था और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।

बैंकशाल अदालत के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया, जहां आईएसएफ विधायक को बाद में पेश किए जाने की उम्मीद है। पार्टी समर्थकों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए।

आईएसएफ कार्यकर्ताओं ने सिद्दीकी और पार्टी के कई कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के विरोध में उत्तर 24 परगना के हरोआ में टायर जलाए।

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पुलिस ने आईएसएफ समर्थकों को परिसर में प्रवेश करने से रोकने के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था की और अदालत के बाहर बैरिकेड लगा दिए।

पुलिस कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों से क्षेत्र में यातायात जाम खुलवाने में प्रशासन की मदद करने का भी आग्रह किया।

आईएसएफ के एक नेता ने कहा, ‘वक्फ संशोधन अधिनियम और भाजपा शासित राज्यों में बंगाली प्रवासी मजदूरों के उत्पीड़न के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने पर हमारे नेता सहित पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। अगर उन्हें रिहा नहीं किया गया तो हम अपना विरोध तेज करेंगे।’

दक्षिण 24 परगना के भांगर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सिद्दीकी और कई अन्य लोगों को वक्फ (संशोधन) अधिनियम और बांग्ला भाषी प्रवासियों के कथित उत्पीड़न और मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ बुधवार के प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

मध्य कोलकाता में प्रदर्शन के दौरान आईएसएफ कार्यकर्ताओं और पुलिस कर्मियों के बीच झड़प भी हुई ।

मध्य कोलकाता की पुलिस उपायुक्त इंदिरा मुखर्जी ने बुधवार को कहा था, ‘यातायात की आवाजाही सुचारू करने के वास्ते हमें नाकाबंदी हटाने के लिए न्यूनतम बल का प्रयोग करना पड़ा। किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है।’

भाषा

नोमान पवनेश

पवनेश


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