तिरूवनंतपुरम, 23 सितंबर (भाषा) केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन ने आरोप लगाया कि राज्य में पिनरायी विजयन नीत एलडीएफ (वाम लोकतांत्रिक मोर्चा) सरकार ने एक कैथोलिक बिशप के विवादास्पद ‘लव एवं नारकोटिक जेहाद’ बयान पर 14 दिनों तक चुप्पी साधे रखी और इस पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने से इंकार कर रही है, क्योंकि सरकार चाहती है कि केरल में सांप्रदायिक तनाव और बढ़े।
सतीशन ने कहा कि पाला बिशप की टिप्पणी के बारे में मुख्यमंत्री का बुधवार एवं उससे पहले का बयान राज्य के सहकारिता मंत्री वी. एन. वसावन और माकपा की केरल राज्य समिति के सचिव ए. विजयराघवन के रूख के विपरीत है।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को बिशप के बयानों को खारिज करते हुए कहा था कि दक्षिणी राज्य धर्मनिरपेक्षता की भूमि है और जो लोग इसमें गड़बड़ी करने का प्रयास करेंगे उनके खिलाफ समाज मजबूती से खड़ा होगा।
यूडीएफ की बैठक के बाद सतीशन ने आरोप लगाया कि एलडीएफ सरकार का रूख संघ परिवार की तरह है जो राज्य में दो समुदायों के बीच संघर्ष चाहता है। उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न समुदायों के बीच मतभेद के कारणों में एलडीएफ सरकार का ‘सोशल इंजीनियरिंग कार्यक्रम’ भी है जिसका उद्देश्य यूडीएफ को कमजोर करना है।
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