लोकसभा चुनाव: पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं का स्थानीय मुद्दों पर जोर

लोकसभा चुनाव: पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं का स्थानीय मुद्दों पर जोर

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  • Publish Date - May 22, 2024 / 02:56 PM IST,
    Updated On - May 22, 2024 / 02:56 PM IST

नयी दिल्ली, 22 मई (भाषा) लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दल राष्ट्रीय स्तर पर भले ही कोई विमर्श गढ़ चुनावी बिसात पर एक दूसरे को मात देने का प्रयास करें लेकिन राष्ट्रीय राजधानी की पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट के मतदाताओं के लिए पार्किंग स्थलों की कमी, बड़ी संख्या में अनधिकृत कॉलोनियों के कारण होने वाली तमाम परेशानियां तथा गाजीपुर लैंडफिल साइट से फैलते प्रदूषण जैसे मुद्दे ही प्रमुख हैं।

कुछ इलाकों में अपराध और जल जमाव की समस्या सहित कुछ अन्य बुनियादी समस्याएं भी मतदाताओं के लिए चिंता का विषय हैं लेकिन यह तो चार जून को पता चलेगा कि इन स्थानीय मुद्दों ने चुनाव में क्या असर दिखाया और उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत का फैसला करने में इनकी कितनी भूमिका रही।

पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में 21,20,584 मतदाता हैं और यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार हर्ष मल्होत्रा और आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार कुलदीप कुमार के बीच मुकाबला है। यहां छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा और नतीजे चार जून को आएंगे।

क्षेत्र के मतदाताओं के बीच लोकसभा चुनाव से जुड़े मुद्दों के बारे में चर्चा करने पर अधिकांश का जोर स्थानीय मुद्दों पर दिखा।

कोंडली निवासी विमल सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ कहा कि क्षेत्र की जनता के लिए तो पार्किंग और पानी की समस्या ही मुख्य मुद्दे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘पार्किंग स्थलों का ना होना क्षेत्र की मुख्य समस्या है। हमारे पास यहां उचित पार्किंग स्थान नहीं है। क्षेत्र में नियमित रूप से पानी की आपूर्ति भी प्रभावित होती है। इसके अलावा हमारे क्षेत्र में साफ-सुथरे पार्क नहीं हैं जहां बच्चे खेल सकें।’’

सिंह ने कहा, ‘‘मानसून के दौरान तो सड़कों पर इतना पानी भर जाता है कि यात्रियों के पैदल चलना दूभर हो जाता है। कल्याणपुरी के इलाके में यातायात भी एक भरी समस्या है, जहां यात्री व्यस्त समय के दौरान अक्सर घंटों फंस रह जाते हैं।’’

गाजीपुर निवासी सूरज कुमार ने कहा कि वे चाहते हैं कि उनके सांसद ‘गाजीपुर लैंडफिल साइट’ के कारण होने वाली बदबू और प्रदूषण से उन्हें राहत दिलाने के लिए काम करें।

कुमार ने कहा, ‘‘हम इस लैंडफिल साइट से राहत चाहते हैं। यहां से लगातार आने वाली दुर्गन्ध ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। कई बार तो यहां आपूर्ति किया जाने वाले पानी इतना बदबूदार होता है कि आप उसका कुछ उपयोग भी नहीं कर सकते। आस-पास मांस के बाजार होने की वजह से दुर्गन्ध इस कदर फैलता है कि कई बार तो सांस लेना भी दूभर हो जाता है।’’

पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में एक तरफ लाजपत नगर, लक्ष्मी नगर, गांधी नगर, शाहदरा और कृष्णा नगर जैसे बड़े बाजार हैं तो विवेक विहार, मयूर विहार, मंडावली, सूरजमल विहार, प्रीत विहार और त्रिलोकपुरी जैसे आवासीय क्षेत्र भी हैं।

फेडरेशन ऑफ लाजपत नगर ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव कुलदीप कुमार ने कहा कि बाजार में दुकानदारों के लिए बुनियादी सुविधाओं की कमी एक बड़ी चिंता है।

उन्होंने कहा, ‘‘शहर के विभिन्न हिस्सों से भी कई महिलाएं खरीदारी के लिए आती हैं लेकिन बाजार में उनके लिए साफ शौचालय नहीं हैं। बिजली के तार जहां-तहां लटक रहे होते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह क्षेत्र पहले नयी दिल्ली विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा था। हालांकि, यह सीट अब पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। हम मांग करते हैं कि हमारे बाजार को फिर से नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया जाना चाहिए।’’

आनंद विहार और गाजीपुर इलाके में प्रदूषण जहां एक बड़ी समस्या है, वहीं कल्याणपुरी, त्रिलोकपुरी और मंडावली इलाके के लोग आए दिन होने वाली अपराध की घटनाओं को लेकर ज्यादा चिंतित हैं।

मयूर विहार निवासी रोहिणी कौल ने कहा, ‘‘क्षेत्र में पार्कों का रखरखाव नियमित तरीके से किया जाना चाहिए। यहां नालियों को भी अच्छी तरह से ढका नहीं गया है।’’

इस निर्वाचन क्षेत्र में कुछ अनधिकृत कॉलोनियां भी हैं। ऐसी कॉलोनियों के निवासियों ने कहा कि हर कोई उनकी कॉलोनियों को नियमित करने की बात करता है, लेकिन कोई भी इसकी बेहतरी के लिए काम नहीं करता है।

ऐसे ही एक अनधिकृत कॉलोनी के निवासी मोहम्मद असद ने कहा, ‘‘हम पानी और साफ सड़कों सहित बुनियादी सुविधाएं चाहते हैं। चुनाव के दौरान झुग्गीवासियों के मुद्दे हमेशा नेताओं के लिए सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रहते हैं। लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई भी हमारे लिए काम नहीं करता है।’’

विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के उम्मीदवार कुलदीप कुमार से जब उनकी प्राथमिकताओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था में सुधार, अतिक्रमित भूमि को मुक्त कराने और गाजीपुर लैंडफिल साइट को हटाने जैसे मुद्दों पर उनका जोर रहेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली विश्वविद्यालय का नॉर्थ कैंपस और साउथ कैंपस है लेकिन ईस्ट कैंपस नहीं है। ईस्ट कैंपस हासिल करना उनकी प्रमुख मांग होगी। मेट्रो के माध्यम से संपर्क व्यवस्था और मजबूत करना भी मेरी प्राथमिकता होगी।’’

भाजपा उम्मीदवार हर्ष मल्होत्रा ने हाल में ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा था कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो यमुना पार इलाके में एम्स की तर्ज पर एक बड़ा अस्पताल और झुग्गीवासियों को फ्लैट देना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘हम पूर्वी दिल्ली में सफदरजंग या एम्स की तर्ज पर केंद्र सरकार का एक अस्पताल बनाने की कोशिश करेंगे क्योंकि निजी अस्पताल बहुत महंगे हैं और हर कोई इसका खर्च वहन नहीं कर सकता। मेरे विचार से यह बहुत महत्वपूर्ण है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा लक्ष्य प्रधानमंत्री की ‘जहां झुग्गी, वहां मकान’ योजना के तहत झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों को फ्लैट मुहैया कराना है। इस योजना से उन्हें बेहतर घर, सड़कें और बेहतर जीवन के लिए पीने का पानी मिलेगा।’’

पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में 11,51,211 पुरुष और 9,69,269 महिला मतदाता हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र में 35,104 मतदाता पहली बार मतदान करने के पात्र हैं जबकि बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या 12,917 और दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 10,165 है।

भाषा योगेश ब्रजेन्द्र

ब्रजेन्द्र