मोदी सरकार आरक्षण नीति को कभी नहीं छेड़ेगी: अमित शाह

मोदी सरकार आरक्षण नीति को कभी नहीं छेड़ेगी: अमित शाह

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  • Publish Date - April 19, 2024 / 09:08 PM IST,
    Updated On - April 19, 2024 / 09:08 PM IST

(फाइल फोटो के साथ)

नयी दिल्ली, 19 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को साफ किया कि नरेन्द्र मोदी सरकार कभी आरक्षण नीति को नहीं छेड़ेगी और ना ही किसी को ऐसा करने देगी।

शाह ने यह भी कहा कि सरकार देश से नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगी।

उन्होंने एनडीटीवी को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘हम आरक्षण की नीति को कभी नहीं छेड़ेंगे और न ही किसी को ऐसा करने देंगे।’’

गृह मंत्री ने संविधान में संशोधन की सरकार की योजना संबंधी अटकलों को भी खारिज कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमें संविधान बदलना होता, तो हम पहले ही कर सकते थे।’’

शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने संसद में उसे प्राप्त बहुमत का कभी दुरुपयोग नहीं किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास दस साल तक जो बहुमत रहा, हमने उसका दुरुपयोग नहीं किया। कांग्रेस की बहुमत का दुरुपयोग करने की आदत रही है, हमारी नहीं।’’

शाह ने कहा कि भाजपा की प्रतिबद्धताओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है। उन्होंने इस बात को रेखांकित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने महिला आरक्षण अधिनियम और नागरिकता संशोधन अधिनियम को लागू किया।

उन्होंने कहा कि विपक्षी कांग्रेस के पास भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधने के लिए कोई मुद्दा नहीं है।

शाह ने कहा, ‘‘मैंने देशभर में यात्रा की है, सभी तीसरी बार प्रधानमंत्री मोदी को लाने के लिए इंतजार कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को गांधी नगर में मेरा रोड शो उन इलाकों से गुजरा, जहां मैं सामान्य कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के पोस्टर चिपकाता था।’’

गृह मंत्री ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में दक्षिण भारत में भाजपा अच्छा प्रदर्शन करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिण भारत प्रधानमंत्री की लोकप्रियता को सीटों में बदलने के लिए तैयार है।’’

शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने बार-बार नक्सलियों से हिंसा का रास्ता छोड़ने को कहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार ने 90 दिन में नक्सलवाद से लड़ने के लिए बहुत काम किया है। हम भारत से माओवाद को समाप्त कर देंगे।’’

शाह ने दावा किया कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शासन में नक्सलियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

भाषा वैभव दिलीप

दिलीप