एमएसएमई क्षेत्र अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार, मेक इन इंडिया के लिये स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला तैयार करना जरूरी : बिरला

एमएसएमई क्षेत्र अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार, मेक इन इंडिया के लिये स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला तैयार करना जरूरी : बिरला

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  • Publish Date - September 30, 2022 / 07:24 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:49 PM IST

नयी दिल्ली, 30 सितंबर (भाषा) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार बताते हुए शुक्रवार को कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ के लिए स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला तैयार करने की जरूरत है जिससे भारत की विदेशों पर निर्भरता कम होगी और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में उसकी भूमिका बढ़ेगी ।

पीएचडी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 117 वें वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए बिरला ने कहा कि पिछले 75 वर्षों में भारत ने सकल राष्ट्रीय खुशहाली के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल की हैं जहां हमारे तीन-चौथाई से ज्यादा लोग अब शिक्षित हैं, हमारी औसत जीवन प्रत्याशा दोगुनी से ज्यादा हो गई है तथा खाद्य उत्पादन में हम आत्मनिर्भर हो गए हैं ।

उन्होंने कहा कि भारत लंबे समय से दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने देश में कारोबारी जगत में कई सुधारों को लागू किया है, जिससे विदेशी निवेश में वृद्धि हुई है।

उन्होंने कहा कि भारत ने कृषि, उद्योग और सेवा जैसे हर क्षेत्र में प्रगति की है और देश आज तेजी से आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

बिरला ने कहा कि देश से फार्मा, तकनीक, साइबर, रक्षा, अंतरिक्ष, शिक्षा, अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में उत्पादन और निर्यात बढ़ रहा है।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है तथा इस क्षेत्र से ही आत्मनिर्भर भारत अभियान को सिद्धि मिलेगी तथा देश सशक्त होगा।

उन्होंने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ के लिए स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला तैयार करने की जरूरत है जिससे भारत की विदेशों पर निर्भरता कम होगी और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में उसकी भूमिका बढ़ेगी ।

भाषा दीपक

दीपक नरेश

नरेश