एनएचआरसी ने विचाराधीन कैदी की मौत की न्यायिक जांच के परिणाम को ‘‘संदेहात्मक’’ बताकर किया खारिज

एनएचआरसी ने विचाराधीन कैदी की मौत की न्यायिक जांच के परिणाम को ‘‘संदेहात्मक’’ बताकर किया खारिज

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  • Publish Date - January 8, 2021 / 07:40 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:34 PM IST

नयी दिल्ली, आठ जनवरी (भाषा) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने गुजरात में 2017 में साबरमती केंद्रीय कारागार में एक विचाराधीन कैदी की मौत के मामले की न्यायिक जांच संबंधी रिपोर्ट को दरकिनार कर दिया और उसके परिणामों पर ‘‘संदेह’’ जताया।

अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद के अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने जांच की थी और वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे थे कि विचाराधीन कैदी की ‘‘स्वाभाविक’’ मौत हुई थी।

हालांकि, आयोग ने न्यायिक अधिकारी के निष्कर्ष पर गंभीर चिंता जताते हुए अपनी रजिस्ट्री को निर्देश दिया कि वह मामले को गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के संज्ञान में लेकर आए, ताकि इस प्रकार के न्यायिक अधिकारियों की मौजूदगी पर आवश्यक कदम उठाने पर विचार किया जा सके।

उसने एक बयान में कहा, ‘‘रिकॉर्ड में मौजूद सामग्री के आधार पर यह फैसला सुनाया जाता है कि 29 मई 2017 को अहमदाबाद के साबरमती केंद्रीय कारागार में विचाराधीन कैदी की मौत जेल अधिकारियों की लापरवाही और उत्पीड़न के कारण हुई और न्यायिक जांच रिपोर्ट की प्रकृति संदेहात्मक है, अत: उस पर भरोसा नहीं किया जा सकताा।’’

भाषा सिम्मी सुभाष

सुभाष