पीएफआई फुलवारी शरीफ मॉड्यूल की जांच के तहत एनआईए ने चार राज्यों में छापे मारे

पीएफआई फुलवारी शरीफ मॉड्यूल की जांच के तहत एनआईए ने चार राज्यों में छापे मारे

पीएफआई फुलवारी शरीफ मॉड्यूल की जांच के तहत एनआईए ने चार राज्यों में छापे मारे
Modified Date: April 25, 2023 / 09:18 pm IST
Published Date: April 25, 2023 9:18 pm IST

नयी दिल्ली/पटना, 25 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मंगलवार को बिहार के फुलवारी शरीफ में प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन पीएफआई के एक संदिग्ध मॉड्यूल के खिलाफ अपनी जांच के तहत बिहार, गोवा, उत्तर प्रदेश और पंजाब में 16 स्थानों पर छापेमारी की। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।

संघीय आतंकवाद रोधी एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘पीएफआई संदिग्धों के परिसरों में छापेमारी के दौरान बैंक लेनदेन विवरण के साथ डिजिटल उपकरण जब्त किये गए…साथ ही पीएफआई से संबंधित दस्तावेज और एक लाख रुपये की भारतीय मुद्रा भी जब्त की गई है।’’

एनआईए अधिकारियों ने बिहार के सीवान, शिवहर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, कटिहार, अररिया, पूर्णिया और पूर्वी चंपारण जिलों, गोवा के दक्षिण गोवा जिले, उत्तर प्रदेश के रामपुर और भदोही और पंजाब के लुधियाना में अनेक स्थानों पर छापे मारे।

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प्रवक्ता ने कहा कि पिछले साल जुलाई में इस मामले में कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और जांच बिहार के फुलवारी शरीफ में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) कैडर के प्रशिक्षण से संबंधित है। प्रवक्ता ने कहा कि एनआईए ने इस मामले में चार आरोपियों के खिलाफ जनवरी में आरोपपत्र दायर किया था।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘आरोपी, अन्य संदिग्धों के साथ, पीएफआई की ओर से आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए फुलवारी शरीफ में किराये के परिसर से काम कर रहे थे। उन्होंने पीएफआई के भर्ती किए गए कैडर के लिए शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षक के रूप में भी काम किया था।’’

एनआईए ने आरोप लगाया, ‘‘यह भी संदेह है कि सरकार द्वारा (सितंबर, 2022 में) पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया पर प्रतिबंध लगाने के बाद भी, इसके कैडर संगठन की विचारधारा और इसकी नापाक, गैरकानूनी और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने में शामिल रहे।’’

बिहार में, एक छापा मुजफ्फरपुर में मारा गया जहां एनआईए की एक टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से कटरा प्रखंड के अंखौली गांव में मोहम्मद साकिब के घर पर छापा मारा।

साकिब के पिता नियाज अहमद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वे मेरे बेटे के बारे में पूछताछ करने आए थे। हमने उन्हें बताया कि करीब एक साल से हमारा उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ है।’’

अहमद ने कहा, ‘‘उन्होंने मेरे बेटे का मोबाइल नंबर भी लिया, जिसकी उम्र 30 साल है। उन्होंने उसके नंबर पर कॉल करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। वे उसकी दो बैंक पासबुक, जो घर पर रखी थीं, कुछ अन्य दस्तावेज साथ ले गए।’’

इससे सटे पूर्वी चंपारण जिले में, जहां से संदिग्ध पीएफआई संचालक इरशाद को पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था, एजेंसी की टीम ने चकिया अनुमंडल के कुनवा गांव में सज्जाद अंसारी के घर पर छापा मारा।

सज्जाद के भाई सद्दाम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘टीम सुबह करीब 5 बजे हमारे घर आई। सज्जाद घर पर नहीं था और तलाशी अभियान के दौरान कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली। वे मेरे भाई का पहचानपत्र अपने साथ ले गए।’’ सद्दाम दुबई में रहता है और छुट्टी पर घर आया था।

दरभंगा जिले में एक स्थानीय दंत चिकित्सक के घर समेत दो जगहों पर छापे मारे गए। लहेरिया सराय के उर्दू बाजार इलाके में डॉ. शारिक रजा के घर पर छापेमारी सुबह 4 बजे शुरू हुई और कई घंटे चली।

सिंहवाड़ा थानाक्षेत्र के शंकरपुर गांव में, एनआईए की एक टीम ने एक स्थानीय नेता मोहम्मद महबूब के घर पर छापा मारा, जो करीब चालीस साल का है। उल्लेखनीय है कि दो अन्य संदिग्ध पीएफआई गुर्गों, मोहम्मद मुस्तकीम और मोहम्मद सनाउल्लाह के घरों पर पिछले दिनों एजेंसी ने छापा मारा था।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, छापे के समय महबूब अपने घर पर नहीं था और एनआईए के अधिकारी उसकी मां, जो मानसिक रूप से अस्थिर बताई जाती है, और दो भाइयों से पूछताछ कर रहे थे।

दरभंगा के टाउन थानाक्षेत्र के उर्दू मोहल्ला में पीएफआई के एक अन्य संदिग्ध सदस्य नूरुद्दीन जंगी का घर भी है, जिसे पिछले साल जुलाई में लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था।

मधुबनी जिले के बाबूबाढ़ी थाने की मिश्रौलिया पंचायत के बरहरा गांव में मोहम्मद शहाबुद्दीन के घर पर एनआईए ने छापा मारा। शहाबुद्दीन घर पर नहीं मिला और एनआईए की टीम ने उसकी बीमार मां शकीला खातून, छोटे भाई कलीमुद्दीन, बहन शहनाज खातून और भाभी अंजुम परवीन से पूछताछ की।

राजबारा गांव में मोहम्मद नजीम और चांपी गांव में मोहम्मद हसन के घरों पर भी छापे मारे गए।

एनआईए ने कहा कि ‘‘13 गिरफ्तार आरोपियों और आज की तलाशी में शामिल परिसरों से जुड़े 16 लोगों के बीच संबंधों को उजागर करने के लिए’’ मामले में जांच जारी है।

भाषा अमित वैभव

वैभव


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