असम में आज शाम थम जाएगा तीसरे चरण के प्रचार का शोर, 6 अप्रैल को होगी वोटिंग

असम में आज शाम थम जाएगा तीसरे चरण के प्रचार का शोर, 6 अप्रैल को होगी वोटिंग

  •  
  • Publish Date - April 4, 2021 / 03:14 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:58 PM IST

गुवाहाटी। पश्चिम बंगाल और असम के तीसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार का आज आखिरी दिन है। बंगाल में तीसरे चरण के लिए 3 जिलों की 31 विधानसभा सीटों पर 6 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए आज शाम चुनाव प्रचार थम जाएगा। असम में भी अंतिम चरण के लिए 40 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव के प्रचार का आज आखिरी दिन है।

पढ़ें- राजधानी सहित पूरे प्रदेश में लॉकडाउन, केवल जरुरी सेवाएं रहेंगी शुरू.. वैक्सीन लगवाने जाने वालों को मिलेगी छूट

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज असम के अभयपुरी साउथ, बरपेटा, पाठशाला टाउन में जनसभा करेंगे। इसके बाद सीएम आज शाम 7 बजे वापस राजधानी रायपुर पहुंचेंगे।

पढ़ें- प्रधानमंत्री मोदी की नक्सलियों को दो टूक ‘जवानों की…

गौरतलब है कि केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी 6 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए प्रचार का आखिरी दिन है। आज केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी के सभी सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए प्रचार थम जाएगा। 6 अप्रैल को केरल की सभी 140, तमिलनाडु की सभी 234 और पुडुचेरी की सभी 30 सीटों के लिए मतदान होना है।

पढ़ें- स्कूल के 6 शिक्षक, 7 बच्चे सहित कुल 13 लोग कोरोना प…

5 पांच राज्यों में सीटों का समीकरण

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी राज्य की मुख्यमंत्री हैं। 2016 विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने सबसे ज्यादा 211 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। वहीं कांग्रेस ने 44, लेफ्ट ने 26 और बीजेपी ने मात्र तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि अन्य ने दस सीटों पर जीत हासिल की थी। यहां बहुमत के लिए 148 सीटें चाहिए।

पढ़ें- बिना मास्क के घूमते पकड़े गए तो जाना होगा जेल, …

असम में 126 विधानसभा सीटें हैं। फिलहाल यहां एनडीए की सरकार है और सर्वानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी 89 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 60 सीटें जीती थीं। वहीं असम गण परिषद ने 30 सीटों पर चुनाव लड़कर 14 सीटें और बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट ने 13 सीटों पर चुनाव लड़कर 12 जीती थीं। कांग्रेस ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ा था और सिर्फ 26 सीटों पर कब्जा किया था। यहां बहुमत के लिए 64 सीटें चाहिए।

पढ़ें- स्कूल के 6 शिक्षक, 7 बच्चे सहित कुल 13 लोग कोरोना पॉजिटिव, इस जिले में

केरल में विधानसभा की 140 सीटें हैं। वर्तमान में यहां सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) की सरकार है और पिनाराई विजयन मुख्यमंत्री हैं। पिछले चुनाव में एलडीएफ को 91 और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को 47 सीटें मिली थीं। यहां बहुमत के लिए 71 सीटें चाहिए।

पढ़ें- भारत के मामले में अमेरिका चुप क्यों है? राहुल ग.

तमिलनाडु में विधानसभा की 234 सीटें हैं। यहां अभी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIADMK) की सरकार है और इ पलानीस्वामी मुख्यमंत्री हैं। पिछले चुनाव में AIADMK ने 136 और मुख्य विपक्षी पार्टी डीएमके ने 89 सीटें जीती थीं। यहां बहुमत के लिए 118 सीटें चाहिए।
पुडुचेरी एक केंद्र शासित प्रदेश है। पुडुचेरी में विधानसभा की कुल 30 सीटें हैं। कुछ दिन पहले ही यहां कांग्रेस-डीएमके गठबंधन की सरकार गिर गई थी। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 15 सीटें जीती थीं। ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस ने 30 सीटों पर चुनाव लड़कर सिर्फ आठ सीटें जीती थीं। अन्य के खातों में सात सीटें गई। यहां बहुमत के लिए 16 सीटें चाहिए।