कोलकाता में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या कम होकर चार हुई

कोलकाता में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या कम होकर चार हुई

कोलकाता में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या कम होकर चार हुई
Modified Date: November 29, 2022 / 08:18 pm IST
Published Date: September 23, 2020 1:21 pm IST

कोलकाता, 23 सितम्बर (भाषा) पश्चिम बंगाल में कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर में लगातार सुधार होने के साथ ही राज्य की राजधानी कोलकाता में निषिद्ध क्षेत्रों में काफी कमी आयी है। यह जानकारी आधिकारिक आंकड़ों से मिली है।

शहर में ऐसे क्षेत्रों की संख्या 22 सितम्बर को कम होकर चार हो गई जो कि मध्य अगस्त महीने में 20 थी।

राज्य में कुल 2,02,030 मरीज अभी तक ठीक हो गए हैं जिससे मंगलवार को ठीक होने की दर बढ़कर 87.28 प्रतिशत हो गई।

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आंकड़ों के अनुसार महानगर में अभी तक तक 45,262 मरीज कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं । इस समय यहां 4,320 मरीज उपचाराधीन हैं।

महानगर में 22 सितम्बर तक की स्थिति के अनुसार 1,607 मरीजों की मौत हुई है और कोविड-19 के करीब 52,000 मामले सामने आये हैं।

राज्य सरकार की एक वेबसाइट के अनुसार राज्य में वर्तमान में 3,290 व्यापक आधारित निषिद्ध क्षेत्र हैं।

राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘लॉकडाउन नियमों में ढील दिये जाने के बाद बड़े निषिद्ध क्षेत्रों की अवधारणा में बदलाव आया है। अब उस इमारत या आवासीय परिसरों को ही ऐसे क्षेत्र चिह्नित किया जाता है जहां कोविड-19 के मामले सामने आते हैं। ऐसी इमारतों में सख्त नियमों का पालन करना होता है।’’

वर्तमान में पूर्वी बर्धमान जिले में सबसे अधिक 563 व्यापक-आधार वाले निषिद्ध क्षेत्र हैं। इसके बाद नादिया में 561 और पुरुलिया में 511 हैं।

आंकड़ों के अनुसार नादिया में 808 उपचाराधीन मरीज, पूर्वी बर्धमान में 697 और पुरुलिया में 675 उपचाराधीन मरीज हैं।

उत्तर 24 परगना जिले में 13 व्यापक आधार वाले निषिद्ध क्षेत्र हैं। जिले में अभी तक 1000 मरीजों की मौत हुई है जबकि 40,951 मरीज संक्रमण से ठीक हो गए हैं। वर्तमान में 4,283 मरीज उपचाराधीन हैं।

इसमें कहा गया है कि हुगली जिले में ऐसे 18 , दक्षिण 24 परगना में 49 और हावड़ा में 60 क्षेत्र हैं।

भाषा. अमित नरेश

नरेश


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