ओडिशा का लक्ष्य 2047 तक राज्य में पूरी तरह चालू हवाई अड्डों की संख्या बढ़ाकर 15 करना है
ओडिशा का लक्ष्य 2047 तक राज्य में पूरी तरह चालू हवाई अड्डों की संख्या बढ़ाकर 15 करना है
भुवनेश्वर, सात दिसंबर (भाषा) ओडिशा सरकार ने वर्ष 2047 तक राज्य में पूरी तरह चालू हवाई अड्डों की संख्या को बढ़ा कर कम से कम 15 करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
वर्ष 2047 में भारत स्वतंत्रता के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा।
अधिकारी ने बताया कि मुख्य सचिव मनोज आहूजा की अध्यक्षता में शनिवार को हुई विमानन संबंधी उच्चाधिकार प्राप्त समिति की चौथी बैठक में इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शुरू किए गए कार्यक्रमों पर चर्चा की गई।
विकसित ओडिशा 2036-47 के विजन के अनुरूप ओडिशा के विमानन पारिस्थितिकी तंत्र को उन्नत करने पर केंद्रित इस समिति ने विमानन क्षेत्र में उभरते अवसरों की समीक्षा की और बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी लाने, कनेक्टिविटी बढ़ाने और एक प्रभावी नीतिगत माहौल बनाने के उपायों पर चर्चा की।
ओडिशा 2036 में अपनी स्थापना के 100 साल पूरे करेगा।
ओडिशा में 19 हवाई अड्डे या हवाई पट्टियां हैं, जिनमें से 12 राज्य के स्वामित्व वाली हैं। हालांकि, वर्तमान में केवल पांच नागरिक हवाई अड्डे चालू हैं जो भुवनेश्वर, झारसुगुड़ा, जयपुर, उत्केला और राउरकेला में हैं।
भुवनेश्वर वर्तमान में राज्य का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो दुबई, सिंगापुर और बैंकॉक को कनेक्टिविटी प्रदान करता है। राज्य पुरी में एक और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है जहां विमानन, रसद आदि के लिए विशेष क्षेत्र होंगे।
भाषा संतोष रंजन
रंजन

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