एसआईआर को लेकर लोकसभा में विपक्ष का हंगामा, कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित

एसआईआर को लेकर लोकसभा में विपक्ष का हंगामा, कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित

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  • Publish Date - July 31, 2025 / 04:40 PM IST,
    Updated On - July 31, 2025 / 04:40 PM IST

नयी दिल्ली, 31 जुलाई (भाषा) बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर विपक्ष ने लोकसभा में बृहस्पतिवार को भी हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।

दो बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही अपराह्न चार बजे जैसे ही शुरू हुई, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका की ओर से लगाये गये आयात शुल्क (टैरिफ) पर सरकार के रुख को लेकर सदन में अपना बयान दिया।

उन्होंने कहा कि अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए आयात शुल्क (टैरिफ) के प्रभावों का आकलन किया जा रहा है तथा राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित करने और आगे बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

जब गोयल का बयान समाप्त हुआ तो अध्यक्ष ओम बिरला ने शून्यकाल की घोषणा की, लेकिन विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया और आसन के समीप पहुंच गये।

बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों को अपनी सीट पर जाने और शून्यकाल चलने देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ‘‘क्या आप (विपक्षी सदस्य) शून्यकाल में अपनी बात नहीं रखना चाहते? यदि मुद्दा उठाना चाहते हैं तो सीट पर जाएं और हंगामा करना चाहते हैं तो सदन के बाहर जाएं या सड़क पर जाकर हंगामा करें।’’

हालांकि, अध्यक्ष की बातों का विपक्षी सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ और वे एसआईआर पर चर्चा कराने की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे।

बिरला ने हंगामा थमता नहीं देख सदन की कार्यवाही अपराह्न करीब चार बजकर आठ मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित कर दी।

इससे पहले पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर अध्यक्ष ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के बीच साझेदारी के तहत बुधवार को जीएसएलवी रॉकेट से ‘निसार’ उपग्रह को कक्षा में स्थापित किए जाने के बारे में सदन को सूचित किया।

सदस्यों ने मेजें थपथपाकर इस उपलब्धि की सराहना की।

बिरला ने सदन को यह सूचित भी किया कि रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के सांसद एनके प्रेमचंद्रन को सभापति तालिका के सदस्य के रूप में नामित किया गया है।

इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी दलों के सदस्य ‘एसआईआर वापस लो’ के नारे लगाने लगे।

बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों के तख्तियां दिखाने और नारेबाजी करने पर निराशा जताई और कहा कि नियोजित तरीके से प्रश्नकाल और शून्यकाल को बाधित करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि लोगों ने सदन में तख्तियां लाने के लिए नहीं भेजा है और जनता इसे देख रही है।

हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही 11 बजकर सात मिनट पर अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

कार्यवाही दो बजे पुन: शुरू होने पर पीठासीन सभापति अवधेश प्रसाद ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर प्रस्तुत कराए। इस दौरान विपक्ष के सदस्य आसन के समीप आकर एसआईआर के मुद्दे पर शोर-शराबा करने लगे।

प्रसाद ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया। अपनी अपील का कोई असर होता नहीं देख उन्होंने करीब पांच मिनट बाद ही कार्यवाही अपराह्न चार बजे तक स्थगित कर दी।

संसद के मानसून सत्र की शुरुआत बीते 21 जुलाई को हुई थी और निचले सदन में शुरुआत के छह दिन तक प्रश्नकाल नहीं चल सका। मंगलवार और बुधवार को प्रश्नकाल सुचारू तरीके से चला। बुधवार को शून्यकाल की कार्यवाही भी निर्बाध तरीके से चली, वहीं सोमवार और मंगलवार को सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा संपन्न हुई।

भाषा सुरेश सुरेश वैभव

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