राष्ट्रपति चुनाव: दूसरे दौर की मतगणना के बाद मुर्मू ने बढ़त को कायम रखा

राष्ट्रपति चुनाव: दूसरे दौर की मतगणना के बाद मुर्मू ने बढ़त को कायम रखा

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  • Publish Date - July 21, 2022 / 06:58 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:32 PM IST

नयी दिल्ली, 21 जुलाई (भाषा) राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को दूसरे दौर की मतगणना के बाद अब तक 10 राज्यों में सभी सांसदों और विधायकों के कुल मतों के लगभग 72 प्रतिशत मत प्राप्त कर अपनी बढ़त को मजबूत कर लिया।

मुर्मू जीत की ओर बढ़ रही हैं और जल्द ही वह 50 प्रतिशत का आंकड़ा पार कर लेंगी। उनका मत मूल्य अब 4,83,299 तक, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी यशवंत सिन्हा का मत मूल्य 1,89,876 तक पहुंच गया है।

मुर्मू को दूसरे दौर की मतगणना के बाद 10 राज्यों में 1,138 विधायकों में से 809 विधायकों के मत मिले, जिनका कुल मत मूल्य 1,05,299 है जबकि सिन्हा को 329 विधायकों के मत मिले, जिनका मत मूल्य 44,276 है।

जिन राज्यों में मतों की गिनती हुई उनमें आंध्र प्रदेश शामिल हैं जहां मुर्मू को लगभग सभी मत मिले। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और झारखंड में मतों की गिनती हुई।

पहले दौर की मतगणना में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्यों के मतों की गिनती हुई थी और इस दौर के बाद मुर्मू ने 748 मतों में से 540 मत पाकर बढ़त बना ली थी।

इस राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्येक सांसद के मत का मूल्य 700 है और मुर्मू को मिले कुल मतों का मूल्य 5,23,600 है, जो कि सांसदों के कुल वैध मतों का 72.19 प्रतिशत है।

निर्वाचन अधिकारी पी. सी. मोदी ने बृहस्पतिवार को बताया कि पहले दौर की मतगणना के बाद विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 208 वोट मिले थे। उन्होंने बताया कि सिन्हा के कुल मतों का मूल्य 1,45,600 था, जो कुल वैध मतों का 27.81 प्रतिशत है।

उन्होंने कहा कि 15 सांसदों के मत अमान्य पाए गए। उन्होंने कहा कि सांसदों के सभी वोटों की गिनती हो चुकी है।

मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में आठ सांसदों ने वोट नहीं डाला।

मुर्मू को आधिकारिक रूप से समर्थन देने वाले दलों के संख्या बल के अतिरिक्त उन्हें पांच से छह और सांसदों के वोट मिलने का अनुमान है। चुनाव से पहले विभिन्न दलों के 538 सांसदों ने मुर्मू को अपना समर्थन दिया था, लेकिन उनमें से कुछ ने वोट नहीं दिया।

भाषा

देवेंद्र नरेश

नरेश