पंजाबः नदियां उफनाने और भारी बारिश से कपूरथला में बाढ़ का संकट गहराया
पंजाबः नदियां उफनाने और भारी बारिश से कपूरथला में बाढ़ का संकट गहराया
फिरोजपुर/कपूरथला (पंजाब), 26 अगस्त (भाषा) पंजाब के विभिन्न हिस्सों में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण कपूरथला जिले में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई है। जबकि फिरोजपुर में लोगों ने विशेष रूप से नदी क्षेत्रों के किनारे बसे गांवों को खाली करना शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पौंग और भाखड़ा बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने तथा भारी बारिश होने के कारण सतलुज, ब्यास और रावी नदियों समेत बरसाती नदी-नालों का जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
लगातार बारिश तथा उफनती ब्यास नदी के कारण बड़े पैमाने पर कृषि भूमि जलमग्न हो जाने से कपूरथला जिले के कई गांवों में बाढ़ की स्थिति मंगलवार को और भी बिगड़ गई।
फिरोजपुर जिले में बारिश के कारण हरिके से हुसैनीवाला तक जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की आशंका पैदा हो गई।
कालूवाला, टेंडी वाला, चांदीवाला, गट्टी राजो के, नवी गट्टी राजो के, बस्ती रहीम के और अन्य गांवों के कई लोगों ने अपना सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है, जबकि कई लोगों ने इसे अपने घरों की छतों पर रख लिया है।
अतिरिक्त उपायुक्त दमनदीप सिंह सोमवार रात टेंडीवाला गांव पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को गांव खाली करने की सलाह भी दी।
नवी गट्टी राजो के निवासी कुलवंत सिंह ने कहा, ‘‘हमने अपना ज़रूरी सामान समेटना शुरू कर दिया है और अगर जल स्तर थोड़ा और बढ़ा तो हमें अपने परिवारों के साथ सुरक्षित स्थानों पर जाना होगा। कई परिवारों ने तो अपना सामान पहले ही छतों पर रख लिया है।’’
कालूवाला गांव निवासी स्वर्ण सिंह ने बताया कि उन्होंने तीन एकड़ भूमि पर फसल की बुआई की हुई थी जो पूरी तरह जलमग्न हो गई है।
कालूवाला गांव तीन तरफ से सतलुज नदी और चौथी तरफ से पाकिस्तान से घिरा हुआ है।
स्वर्ण सिंह ने अफसोस जताते हुए कहा, ‘‘2023 में मुझे भारी वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ा था और अब जल स्तर हर दिन बढ़ता जा रहा है, जिससे मेरी फसलें फिर से लगभग नष्ट हो गई हैं।’’
पिछले दो दिनों में इस सीमावर्ती जिले में 45 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
शहरी क्षेत्र में भी स्थिति समान रूप से चिंताजनक है, जहां कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है।
कुछ निचले इलाकों में लोगों को घुटनों तक पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है, जबकि यातायात धीमा हो गया। भारी बारिश ने जन-जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ स्कूलों को निर्धारित समय से पहले ही बंद करना पड़ा।
कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी के कई गांव और निचले इलाके पिछले कई दिनों से बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहे थे।
इस बीच पर्यावरणविद् और राज्यसभा सांसद बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि अहलीकलां गांव के पास अस्थायी ‘बांध’ में दरार आने से 36 और गांवों में बाढ़ आ गई, जिससे धान की फसल जलमग्न हो गई।
कपूरथला जिले के सभी स्कूल को मंगलवार को बंद कर दिया गया और लगातार बारिश के मद्देनजर सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी गई।
कपूरथला के उपायुक्त अमित कुमार पंचाल ने सोमवार को कहा था कि भारी बारिश के बावजूद टीम राहत कार्यों में लगी हुई हैं।
भाषा यासिर पवनेश
पवनेश

Facebook



