मुश्किल दौर में बिखरती चली गई राहुल की ‘युवा ब्रिगेड’

मुश्किल दौर में बिखरती चली गई राहुल की ‘युवा ब्रिगेड’

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  • Publish Date - January 25, 2022 / 07:51 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:25 PM IST

नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) चुनावी हार और दरकते जनाधार के बीच अब तक सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही कांग्रेस की वह ‘युवा ब्रिगेड’ एक के बाद एक बिखरती चली जा रही है जो कभी राहुल गांधी की खास और पार्टी का भविष्य मानी जाती थी।

इस युवा ब्रिगेड से नयी विदाई आरपीएन सिंह की है जो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गए। इससे एक दिन पहले ही, कांग्रेस ने उन्हें उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए स्टार प्रचारक नियुक्त किया था।

आरपीएन सिंह से पहले जितिन प्रसाद ने भाजपा का दामन थामा था और वह फिलहाल राज्य सरकार में मंत्री हैं।

राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले प्रमुख युवा नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला मार्च, 2020 में उस समय हुआ जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को अलविदा कह भाजपा का दामन थाम लिया । नतीजा यह हुआ कि मध्य प्रदेश में 15 साल के बाद बनी कांग्रेस की सरकार 15 महीनों में ही सत्ता से बाहर हो गई।

सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के कुछ महीने बाद ही एक समय ऐसा आया कि सचिन पायलट कांग्रेस से जुदा होने के मुहाने पर खड़े हो गए, हालांकि आलाकमान के दखल और बातचीत के बाद वह पार्टी में रह गए।

केंद्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के समय सिंधिया, पायलट, प्रसाद, आरपीएन सिंह और मिलिंद देवड़ा वे चंद युवा नेता थे जिन्हें राहुल गांधी की ‘युवा ब्रिगेड’ की संज्ञा दी जाती थी। आज इनमें से पायलट और देवड़ा ही कांग्रेस में रह गए हैं।

पिछले साल ही महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कांग्रेस को छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया। इससे पहले झारखंड में अजय कुमार, हरियाणा में अशोक तंवर और त्रिपुरा में प्रद्युत देव बर्मन जैसे युवा नेताओं ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। अजय कुमार की अब कांग्रेस में वापसी हो चुकी है।

कांग्रेस के कुछ नेताओं का मानना है कि पार्टी से अलग होने वाले युवा नेता अपने राजनीतिक फायदे को ध्यान में रखकर ऐसे कदम उठा रहे हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘वैचारिक प्रतिबद्धता की परीक्षा मुश्किल घड़ी में होती है। आज जो नेता कांग्रेस से अलग हो रहे हैं उन्हें पार्टी ने बहुत कुछ दिया। अब वो अपने फायदे के लिए पार्टी के हित को नुकसान पहुंचाकर ऐसे कदम उठा रहे हैं।’’

उधर, भारतीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने राहुल गांधी एक वीडियो साझा करते हुए पार्टी छोड़ने वाले नेताओं पर निशाना साधा। इस वीडियो में राहुल गांधी ने कहा कि जो नहीं डरते हैं उनको कांग्रेस में लाया जाए और जो डर रहे हैं उनको बाहर किया जाए।

श्रीनिवास ने ट्वीट किया, ‘‘जो डरपोक है, उन्हें दरवाजा पहले ही दिखा दिया गया था…।’’

भाषा हक हक माधव

माधव