राजस्थान: 3269 करोड़ रुपये की सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी

राजस्थान: 3269 करोड़ रुपये की सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी

राजस्थान: 3269 करोड़ रुपये की सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:19 pm IST
Published Date: November 5, 2022 5:45 pm IST

जयपुर, पांच नवंबर (भाषा) राजस्थान सरकार ने 3269 करोड़ रुपये की विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी दी है।

एक सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 3269 करोड़ रुपये की विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी दी है जिससे सिंचाई परियोजनाओं का निर्माण, वर्तमान में संचालित सिंचाई परियोजनाओं का जीर्णोद्धार तथा सेम (दलदली) क्षेत्र को पुनः कृषि योग्य बनाने संबंधी कार्य किये जा सकेंगे।

इसके अनुसार मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों के हित में निरंतर महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है तथा कृषि क्षेत्र में संचालित विभिन्न योजनाओं से किसानों को अधिकतम राहत देने का कार्य किया जा रहा है।

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गहलोत द्वारा ‘राजस्थान जल क्षेत्र पुनर्संरचना परियोजना’ के माध्यम से राज्य के रेगिस्तानी क्षेत्र में जल संसाधनों को संरक्षित एवं विकसित कर पेयजल एवं सिंचाई जल उपलब्ध कराने तथा 22 हजार 831 हेक्टेयर सेम (दलदली) क्षेत्र को पुनः कृषि योग्य बनाने के लिए लगभग 3100 करोड़ रूपए के वित्तीय प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया है।

इसके अलावा प्रतापगढ़ जिले में करमोही नदी पर ढोलिया ग्राम सिंचाई परियोजना, डूंगरपुर जिले में सोम नदी पर भभराना ग्राम सिंचाई परियोजना एवं डूंगरपुर जिले में ही सोम नदी पर वनवासा ग्राम सिंचाई परियोजना के लिए 101.12 करोड़ रुपये का वित्तीय प्रावधान किया गया है। राज्य में भूजल पुनर्भरण हेतु बांसवाड़ा की गांगड़ तलाई तहसील में अनास नदी एवं दौसा जिले की लालसोट तहसील में मोरेल नदी पर एनिकट के निर्माण तथा बूंदी जिले में मेज नदी पर बने डबलाना एनिकट के जीर्णोद्धार के लिए 68.78 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति दी गई है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई विभिन्न बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन में उक्त स्वीकृति दी गई है। बयान के अनुसार उक्त स्वीकृति से राज्य के विभिन्न जिलों में सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। जल का अपव्यय रूकने से सिंचित क्षेत्र में वृद्धि हो सकेगी, साथ ही भूजल पुनर्भरण होने से अधिकतम क्षेत्र को कृषि उपयोगी बनाया जा सकेगा।

भाषा पृथ्वी राजकुमार

राजकुमार


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