अयोध्या मामले में मध्यस्थ बनने पर श्री श्री रविशंकर ने कहा- यह देश के लिए अच्छा होगा, ओवैसी ने नियुक्ति पर उठाए सवाल

अयोध्या मामले में मध्यस्थ बनने पर श्री श्री रविशंकर ने कहा- यह देश के लिए अच्छा होगा, ओवैसी ने नियुक्ति पर उठाए सवाल

अयोध्या मामले में मध्यस्थ बनने पर श्री श्री रविशंकर ने कहा- यह देश के लिए अच्छा होगा, ओवैसी ने नियुक्ति पर उठाए सवाल
Modified Date: November 29, 2022 / 08:30 pm IST
Published Date: March 8, 2019 12:31 pm IST

नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या मामले का मध्यस्थता के जरिए हल निकालने के लिए शुक्रवार को मध्यस्थता पैनल की घोषणा कर दी है।जिसमें जस्टिस एफ. एम. कलीफुल्ला की अगुवाई में श्री श्री रविशंकर और श्रीराम पांचू को मध्यस्थता पैनल में शामिल किया गया है। बताया जा रहा है कि मध्यस्थता की पूरी कार्यवाही रिकार्ड की जाएगी।और देश का कोई भी मीडिया इसकी रिपोर्टिंग नहीं कर सकेगा।

 

मध्यस्थता पैनल में श्री श्री रविशंकर का नाम आने से उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैंने भी ये बात अभी अभी सुनी की मध्यस्थता कमेटी में उन्हें शामिल किया गया है। रविशंकर ने यह भी कहा कि अयोध्या विवाद के हल के लिए जो रास्ता अपनाया जा रहा है वो बहुत सही है।ये फैसला हमारे देश के लिए अच्छा होगा, मध्यस्थता ही एकमात्र रास्ता है जिससे किसी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।

 

वहीं अपनी बेबाकी के लिए प्रसिद्ध एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने आयोध्या मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि श्री श्री रविशंकर जिन्हें मध्यस्थ नियुक्त किया गया है, ने पहले कहा था कि ‘अगर अयोध्या में मुसलमान अपना दावा नहीं छोड़ते हैं, तो भारत सीरिया बन जाएगा।’इसलिए मुझे नहीं लगता की कोई फैसला निष्पक्ष होगा। बेहतर होता अगर सुप्रीम कोर्ट श्री श्री रविशंकर की जगह किसी तटस्थ व्यक्ति को नियुक्त करती।

वहीं केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी इस विषय में अपनी राय दी है उन्होंने कहां है मैं सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती। मैं अदालत द्वारा नामित मध्यस्थों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। लेकिन एक हिंदू के रूप में, मुझे लगता है, एक मंदिर बनाना चाहिए जहां भगवान राम का जन्म हुआ था।


लेखक के बारे में