पीएनबी फ्रॉड से भी बड़ा है संदेसरा बंधुओं का घोटाला, 14500 करोड़ की धोखाधड़ी हुई उजागर

पीएनबी फ्रॉड से भी बड़ा है संदेसरा बंधुओं का घोटाला, 14500 करोड़ की धोखाधड़ी हुई उजागर

  •  
  • Publish Date - June 29, 2019 / 12:11 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:22 PM IST

नई दिल्ली । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बड़े घोटाले का खुलासा किया है। ईडी का कहना है कि स्टर्लिंग बायोटेक (एसबीएल) के संदेसरा बंधुओं ने बड़ा घोटाला किया है, ये घपलेबाजी पीएनबी के घोटाले से भी बड़ी है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने ईडी के सूत्रों के हवाले से यह रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात की फार्मा कंपनी एसबीएल के प्रमोटर नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा ने भारतीय बैंकों से 14,500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है। यहां बता दें कि नीरव मोदी ने पीएनबी से 11,400 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की थी।

ये भी पढ़ें- आईएएस अफसरों का तबादला, जानिए किसे कहां मिला नया पदभार

आर्थिक अपरीधी नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा के खिलाफ CBI ने सबसे पहले अक्तूबर 2017 में 5,383 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया था। इसी आधार पर ईडी ने भी मामला दर्ज किया था।

ये भी पढ़ें- आकाश विजयवर्गीय से मिलने पहुंचे बीजेपी के वरिष्ठ नेता, जमानत याचिका…

इस मामले में कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने स्टर्लिंग बायोटेक के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले में 9000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को जब्त किया है। इनमें से कुछ प्रापर्टी विदेश में भी हैं। अधिकारियों के मुताबिक, स्टर्लिंग बायोटेक ने आंध्रा बैंक की अगुवाई वाले बैंकों के समूह से 5000 करोड़ रुपये का ऋण लिया था, जो बाद में एनपीए में बदला गया।

ये भी पढ़ें- सहकारिता मंत्री का बीजेपी पर हमला, कहा- RSS की ट्रेनिंग पर बीजेपी क…

कथित ऋण चूक का कुल मूल्य 8100 करोड़ रुपये आंका गया है। ईडी ने कथित बैंक घोटाले में सीबीआई की चार्जशीट के आधार पर स्टर्लिंग बायोटेक के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। संदेसरा बंधु इस घोटाले के मुख्य षडयंत्रकर्ता थे, जो फिलहाल फरार हैं।

ये भी पढ़ें- एम्बुलेंस नहीं पहुंचने पर कोर्ट परिसर में महिला वकील की मौत, 20 मिन…

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए स्टर्लिंग बॉयोटेक घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े कारोबारी हितेश पटेल को अल्बेनिया से गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ 11 मार्च को रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। पटेल को अल्बेनिया के नेशनल क्राइम ब्यूरो ने 20 मार्च को गिरफ्तार किया था।

ये भी पढ़ें- आकाश विजयवर्गीय के समर्थन में लगे पोस्टर पर मंत्री के सवाल, कहा- बी…

राजभूषण के अलावा स्टर्लिंग बायोटेक कंपनी के निदेशकों चेतन जयंतीलाल संदेसरा, दीप्ति चेतन संदेसरा, नितिन जयंतीलाल संदेसरा, विलास जोशी और चार्टर्ड अकाउंटेंट हेमंत हैती को भी आरोपी बनाया गया। इसके साथ ही आंध्रा बैंक के पूर्व निदेशक अनूप गर्ग और कई अज्ञात लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया था।

<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/Hus2faHOah4″ frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>