कांग्रेस में विचारधारा से जुड़े कई मुख्य मुद्दों पर चर्चा की जरूरत: मनीष तिवारी

कांग्रेस में विचारधारा से जुड़े कई मुख्य मुद्दों पर चर्चा की जरूरत: मनीष तिवारी

कांग्रेस में विचारधारा से जुड़े कई मुख्य मुद्दों पर चर्चा की जरूरत: मनीष तिवारी
Modified Date: November 29, 2022 / 07:47 pm IST
Published Date: February 5, 2021 10:14 am IST

नयी दिल्ली, पांच फरवरी (भाषा) कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान में चंदा एकत्र किए जाने की पृष्ठभूमि में पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी के भीतर विचारधारा से जुड़े कई मुख्य मुद्दों पर चर्चा की जरूरत है।

दूसरी तरफ, एनएएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि संगठन की ओर से राम मंदिर के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चंदे का संग्रह नहीं किया जा रहा है और एनएसयूआई की राजस्थान इकाई ने मंदिर के नाम पर ‘‘भाजपा और आरएसएस की लूट’’ को उजागर करने के लिए चंदा वसूला।

पूर्व केंद्रीय मंत्री तिवारी ने राजस्थान में एनएसयूआई की ओर से चंदा वसूले जाने से जुड़ी खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘‘राम मंदिर के लिए एनएसयूआई की ओर से चंदा एकत्र करना इस बात फिर से रेखांकित करता है कि कांग्रेस के भीतर विचाराधा से जुड़े कई मुख्य मुद्दों पर ठोस और वैचारिक चर्चा की जरूरत है। कांग्रेस एक धर्मनिरपेक्ष दल है: धर्मनिरपेक्षता का अर्थ धर्म एवं शासन व्यवस्था का अलग-अलग होना है या फिर सर्वधर्म समभाव?’’

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उधर, नीरज कुंदन ने कहा, ‘‘एनएसयूआई के प्रमुख के तौर पर मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि राम मंदिर के लिए चंदा एकत्र करने को लेकर हम कोई राष्ट्रीय अभियान नहीं चला रहे हैं। एनएसयूआई-राजस्थान का अभियान राम मंदिर के नाम पर आरएसएस और भाजपा की ओर से की जा रही संगठित लूट को बेनकाब करने के लिए किया गया प्रतीकात्मक प्रदर्शन था।’’

दरअसल, एनएसयूआई की राजस्थान इकाई ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए छात्रों से आर्थिक सहयोग जुटाने लिए पिछले दिनों ‘एक रूपया राम के नाम’ मुहिम शुरू की।

एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने जयपुर के जेएलएन मार्ग स्थित कामर्स कॉलेज से इसकी शुरुआत की। कॉलेज में पहले दिन तीन सीलबंद बक्सों में छात्रों से मंदिर निर्माण के लिये राशि एकत्रित की।

संगठन की प्रदेश इकाई का कहना था कि इस 15 दिवसीय मुहिम के तहत राज्य के सभी कॉलेजों से धन एकत्रित किया जाएगा और एकत्रित राशि को अयोध्या में राम मंदिर प्रशासन को सौंपा जाएगा।

भाषा हक हक माधव

माधव


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