सिलचर, 19 जून (भाषा) असम के कछार जिले में कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए लागू कर्फ्यू के दौरान दुकान खोलने के आरोप में गिरफ्तार दुकानदार की मौत पुलिस हिरासत में होने के बाद करीब 500 लोग विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़क पर उतर आए और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि रोंगपुर पुलिस थाने के कोराटीग्राम इलाके में किराना दुकान मालिक को कर्फ्यू के दौरान दुकान खोलने के आरोप में शुक्रवार को एक ग्राहक के साथ गिरफ्तार किया गया था। पचास वर्षीय दुकानदार बाबुल बानिक ने पुलिस हिरासत में सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की। इसके बाद उन्हें सिलचर सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया। हालांकि, डॉक्टरों ने उन्हें वहां मृत घोषित कर दिया।
दुकानदार की मौत के बाद 500 से ज्यादा लोग कर्फ़्यू नियमों का उल्लंघन करते हुए सड़क पर निकल आए और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई और उनकी तत्काल गिरफ़्तारी की मांग की। उन्होंने पुलिसकर्मियों पर दुकानदार को हिरासत में प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
कछार के पुलिस अधीक्षक वी सी चंद्रकांत समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और भीड़ को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ज़रूरी कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया।
मृत दुकानदार की पत्नी ने दावा किया कि वह किसी भी बीमारी से पीड़ित नहीं थे और उन्होंने कर्फ़्यू के दौरान दुकान नहीं खोला था, बल्कि परिवार के लिए चीनी लाने गए थे। पुलिस ने बताया कि इलाके में स्थिति तनावपूर्ण, मगर नियंत्रण में है। भाषा स्नेहा दिलीप
दिलीप
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