तेलंगाना में किए वादों पर सोनिया गांधी रुख स्पष्ट करें: केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी

तेलंगाना में किए वादों पर सोनिया गांधी रुख स्पष्ट करें: केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी

तेलंगाना में किए वादों पर सोनिया गांधी रुख स्पष्ट करें: केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी
Modified Date: December 21, 2025 / 02:24 pm IST
Published Date: December 21, 2025 2:24 pm IST

हैदराबाद, 21 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी से तेलंगाना में किसानों और अन्य वर्गों से किए गए वादों पर पार्टी का रुख स्पष्ट करने का रविवार को आग्रह किया।

रेड्डी ने एक खुले पत्र में याद दिलाया कि 2023 के तेलंगाना विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान गांधी ने कांग्रेस का चुनावी घोषणापत्र ‘अभयहस्तम’ जारी किया था और राज्य की जनता को व्यक्तिगत रूप से आश्वासन दिया था कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर छह गारंटियों को तुरंत लागू किया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने लिखा, “कांग्रेस पार्टी ने चुनाव जीता और अब सत्ता में रहते हुए दो वर्ष पूरे कर चुकी है। इस दौरान क्या आपने कभी उस घोषणापत्र की स्थिति की समीक्षा की या उसके बारे में जानकारी ली, जिसका वादा आपने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा और कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर तेलंगाना की जनता से किया था? क्या आपने हाल में मुख्यमंत्री से हुई मुलाकात के दौरान यह मुद्दा उठाया?”

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मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी द्वारा हाल में सोनिया गांधी को ‘तेलंगाना राइजिंग–2047 विजन डॉक्यूमेंट’ सौंपे जाने का जिक्र करते हुए किशन रेड्डी ने कहा कि खबरों के अनुसार, सोनिया गांधी ने दो वर्षों में सरकार के प्रदर्शन की सराहना की और राज्य के विकास को लेकर मुख्यमंत्री के दृष्टिकोण की प्रशंसा भी की।

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि रेवंत रेड्डी को दो साल पूरे होने पर दी गई बधाई से यह आभास होता है कि या तो सोनिया गांधी वादों के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत से अनजान हैं, या फिर यह परखने का कोई गंभीर प्रयास नहीं किया गया कि जनता से किए गए वादे वास्तव में पूरे हुए हैं या नहीं।

उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना सरकार चुनाव के दौरान किए गए वादों को निभाने के बजाय जनता को गुमराह करती नजर आ रही है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “विकास के नाम पर सरकार एक ‘विजन डॉक्यूमेंट’ के जरिए नया विमर्श गढ़ने की कोशिश कर रही है, जबकि पहले किए गए वादे अब भी अधूरे हैं। हैरानी की बात यह है कि पार्टी नेतृत्व जवाबदेही तय करने के बजाय खुद को बधाई देने में ही संतुष्ट दिखाई दे रहा है।”

उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस पार्टी चुनाव के दौरान किए गए वादों को ‘‘पूरा करने से दूर भाग’’ रही है।

किशन रेड्डी ने कहा, “क्या चुनावी घोषणापत्र के ‘420 वादे’ मूसी नदी में बहा दिए गए हैं या चुपचाप गांधी भवन की दीवारों के भीतर दफना दिए गए हैं? तेलंगाना की जनता को एक स्पष्ट और ईमानदार जवाब मिलना ही चाहिए।”

उन्होंने कहा कि सत्ता संभालने के दो साल बाद नई योजनाओं, कल्पनाओं और वादों की बात करने से पहले कांग्रेस सरकार को पूर्व में किए वादों को पूरा कर अपनी ईमानदारी साबित करनी चाहिए।

रेड्डी ने चेतावनी दी कि अन्यथा जनता को दिया गया ‘अभयहस्तम’ (आश्वासन) जनता के गुस्से के कारण ‘भस्मासुर हस्त’ (विनाश) में बदल जाएगा और सरकार को सत्ता से बाहर कर देगा।

उन्होंने कहा कि जनता के साथ किए गए इस “विश्वासघात” का जवाब जरूर मिलेगा।

रेड्डी ने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार वादों को पूरा करने में लगातार नाकाम रहती है, तो तेलंगाना की जनता भविष्य में अपना समर्थन वापस लेकर निर्णायक प्रतिक्रिया देगी और उसे करारा सबक सिखाएगी।

भाषा खारी नेत्रपाल

नेत्रपाल


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