जयपुर, 15 अप्रैल (भाषा) सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि इस कमान ने देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने के साथ-साथ परिचालन संबंधी तैयारियों और पेशेवर उत्कृष्टता के उच्चतम स्तर को हासिल किया है।
सिंह इस कमान के 21वें स्थापना दिवस पर यहां संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कमान की ये उपलब्धियां उचित प्रशिक्षण, नई तकनीक के अंगीकरण और नई प्रौद्योगिकी व सामरिक प्रक्रियाओं को विकसित करने से संभव हुई हैं।
उन्होंने कहा, ‘यही कारण है कि भारतीय सेना की यह सबसे युवा कमान भविष्य के युद्ध के लिए तैयार है और यह तकनीकी रूप दक्ष, घातक और चुस्त बल के रूप में उभरी है।’
सिंह ने कहा कि भारतीय सेना के विजन के अनुरूप कई पहल की गई हैं।
उन्होंने कहा, ‘इनमें प्रमुख पांच स्तंभ हैं- संयुक्तता और एकीकरण, बल पुनर्गठन, आधुनिकीकरण और प्रौद्योगिकी अंगीकरण, सिस्टम प्रोसेस फंक्शन और मानव संसाधन प्रबंधन। इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम अब दिखाई दे रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘सबसे युवा कमान होने के बावजूद, हमने नई रणनीतिक योजना, बहु-डोमेन संचालन में तालमेल, निगरानी ढांचे में सुधार और नई प्रौद्योगिकी शामिल करके परिचालन तैयारियों में सुधार किया है। कमान ने ‘टेक्नालाजी अब्जॉर्प्शन’ को विशेष प्राथमिकता दी है।’
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने कहा कि कमान ने आईआईटी कानपुर और रुड़की के साथ मिलकर अनुसंधान और विकास परियोजनाएं शुरू की हैं और कई तकनीकी विश्वविद्यालयों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए हैं।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि कमान ने दिग्गजों और वीर नारियों के कल्याण के लिए नई पहल की है। उन्होंने कहा कि जयपुर में एक वृद्धाश्रम बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं और सरकार के साथ भूमि आवंटन की प्रक्रिया चल रही है।
भाषा पृथ्वी
मनीषा
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