प्रेंसिडेंसी में पोस्टर विकृत करने को लेकर छात्र कार्यकर्ताओं में झड़प

प्रेंसिडेंसी में पोस्टर विकृत करने को लेकर छात्र कार्यकर्ताओं में झड़प

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  • Publish Date - August 5, 2022 / 07:49 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:34 PM IST

कोलकाता, पांच अगस्त (भाषा) वाम दलों से संबद्ध स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और इंडिपेंडंट कंसोलिडेशन (आईसी) के कार्यकर्ताओं की यहां प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय में तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (टीएमसीसीपी) के कार्यकर्ताओं से झड़प हो गई। एसएफआई और सत्तारूढ़ पार्टी की छात्र ईकाई ने एक-दूसरे पर उनके पोस्टर विकृत करने का आरोप लगाया है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विद्यार्थियों को मामले को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने के लिए समझाया गया।

एसएफआई के सदस्य देबनील पॉल ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में दावा किया कि टीएमसीसीपी के सदस्यों ने उपद्रव किया जिन्होंने बाहरी लोगों को बुलाकर एसएफआई के सदस्यों पर तब हमला किया जब वे बृहस्पतिवार रात को विश्वविद्यालय परिसर से बाहर निकले।

पॉल ने कहा, “ टीएमसीसीपी का प्रेसिडेंसी में जनाधार नहीं है। उसके सदस्य हताशा में परेशानी पैदा कर रहे हैं। उन्होंने हमारे पोस्टर फाड़ दिए और एसएफआई के दो सक्रिय सदस्यों को तब पीटा जब वे कॉलेज स्ट्रीट परिसर से बाहर निकले थे।”

उन्होंने दावा किया कि घायल कार्यकर्ताओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

परिसर में एसएफआई की प्रतिद्वंद्वी आईसी ने भी टीएमसीसीपी के कार्यकर्ताओं पर इसी तरह के आरोप लगाए हैं।

आईसी सदस्य श्याम ने कहा, ‘टीएमसीसीपी के सदस्य प्रेसिंडेंसी में आतंक फैलाना चाहते हैं। हममें से कुछ ने उनके अभद्र व्यवहार पर आपत्ति जताई तो उन्होंने हमारे दो सदस्यों की पिटाई कर दी।”

टीएमसीसीपी के एक नेता ने भी आरोप लगाया कि एसएफआई के सदस्यों ने उसके कार्यकर्ताओं पर हमला किया और उनके एक पोस्टर को विकृत कर दिया।

उन्होंने कहा, “ एक पोस्टर को विकृत करने का विरोध करने पर एसएफआई के लोगों ने हमारे सदस्यों की पिटाई की। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर फाड़ दी। एसएफआई और आईसी नहीं चाहते कि कोई अन्य छात्र संगठन परिसर में मौजूद रहे। यह अलोकतांत्रिक है।”

प्रेसिंडेंसी विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि संस्थान परिसर में शांति चाहता है।

उन्होंने कहा, “ हम नहीं चाहते हैं कि किसी भी छात्र को चोट लगे।”

हालांकि अधिकारी ने इस बात की पुष्टि नहीं की कि क्या किसी छात्र को झड़प के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।

परिसर के बाहर पुलिस की एक गाड़ी को खड़ा हुआ देखा गया।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संपर्क करने पर कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि क्या किसी छात्र को अस्पताल ले जाया गया है। भाषा नोमान नरेश

नरेश