Tablighi Jamat Maulana Saad Statement || Image- IBC24 News File
Tablighi Jamat Maulana Saad Statement: नई दिल्ली: हाल ही में लागू किए गए वक्फ बोर्ड से जुड़े नए कानून को लेकर देशभर में राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर बहस तेज हो गई है। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए इस कानून को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने “क्रांतिकारी कदम” बताया है और कहा है कि इससे वक्फ संपत्तियों से जुड़ी विसंगतियों को दूर किया जा सकेगा।
वहीं विपक्ष ने इस कानून की आलोचना करते हुए इसे “मुस्लिम विरोधी” करार दिया है। विपक्षी दलों का आरोप है कि भाजपा सरकार वक्फ बोर्ड की कीमती जमीनों और संपत्तियों को हथियाने की कोशिश कर रही है।
Tablighi Jamat Maulana Saad Statement: इस कानून के खिलाफ देश की सर्वोच्च अदालत, सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दाखिल की गई हैं। अब इन याचिकाओं पर सुनवाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
इस कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हिंसा भड़क गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुस्लिम समुदाय के कुछ हिस्सों द्वारा किए गए प्रदर्शन हिंसक हो गए, जिससे क्षेत्र में तनाव फैल गया। इस हिंसा की चपेट में आकर कई गैर-मुस्लिम परिवारों को इलाके से पलायन करना पड़ा। हिंसा में कुछ लोगों की मौत की भी खबर सामने आई है। इस घटना ने देश में एक बार फिर से सांप्रदायिक तनाव को जन्म दे दिया है।
Tablighi Jamat Maulana Saad Statement: इस बीच, तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद ने इज्तिमा में मुस्लिम समाज को शांति और संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस्लाम किसी भी तरह की देशविरोधी गतिविधियों की इजाजत नहीं देता और एक सच्चा मुसलमान वही है जो शरीयत के साथ-साथ देश के कानून का भी पालन करता है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे समाज में अशांति फैले या किसी की भावनाएं आहत हों।