अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाने से देश को मजबूत राष्ट्र बनाने में मदद नहीं मिलेगी: उमर

अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाने से देश को मजबूत राष्ट्र बनाने में मदद नहीं मिलेगी: उमर

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  • Publish Date - May 5, 2024 / 10:27 PM IST,
    Updated On - May 5, 2024 / 10:27 PM IST

श्रीनगर, पांच मई (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने चुनावों के दौरान मुस्लिम विरोधी बयानबाजी करने को लेकर रविवार को भाजपा की आलोचना की और कहा कि देश की 14 प्रतिशत आबादी को निशाना बनाने से राष्ट्र मजबूत नहीं होगा।

नेकां के उम्मीदवार आगा सैयद रुहुल्ला मेहदी के समर्थन में यहां एक रैली को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने चुनाव के बाद सद्भावना की जरूरत बताई और पाकिस्तान के साथ वार्ता करने के महत्व को रेखांकित किया।

अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान ऐसे कई उदाहरण देखने को मिले हैं जब भाजपा के कई शीर्ष नेताओं ने मुसलमानों को निशाना बनाया।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी चिंता है कि मुसलमानों के खिलाफ यह नफरत केवल चुनाव के समय तक सीमित नहीं है बल्कि इसके बाद भी जारी रहती है। अब आप मुझे बताएं, भारत में काफी संख्या में मुसलमान हैं, जिनकी कुल आबादी में 14 प्रतिशत हिस्सेदारी है।’’

उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाने से देश को मजबूत राष्ट्र बनाने में मदद नहीं मिलेगी।

पुंछ जैसे क्षेत्रों में हालिया हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने आतंकवाद के फिर से सिर उठाने पर चिंता जताई।

अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर मतदान से तीन हफ्ते पहले, जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में शनिवार को वायुसेना के एक काफिले पर घात लगाकर आतंकवादियों द्वारा किये गए हमले में एक सैनिक शहीद हो गया और चार अन्य घायल हुए हैं।

अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘मैंने बार-बार चेतावनी दी है, लेकिन भाजपा वास्तविकता को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। पिछले चार वर्षों में, जो क्षेत्र आतंकवाद से मुक्त हो गए थे, वहां आतंकवाद को फिर से सिर उठाते देखा जा रहा है, विशेष रूप से श्रीनगर शहर, जहां बार-बार आतंकी हमले हुए हैं, और राजौरी और पुंछ भी।’’

अपने पिता फारूक अब्दुल्ला द्वारा पाकिस्तान के साथ वार्ता किये जाने की मांग के बारे में पूछे जाने पर नेकां उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘हमारे दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि हम अपने दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं। पाकिस्तान कल भी हमारा पड़ोसी था और कल भी रहेगा।’’

उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘पाकिस्तान में नयी सरकार बनी है और उसे भारत के साथ बातचीत का माहौल बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए, जहां चुनाव के बाद नयी सरकार आएगी।’’

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) पर भाजपा के बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘किसी ने भी उन्हें पीओके को फिर से हासिल करने से नहीं रोका है, लेकिन जम्मू-कश्मीर का जो हिस्सा भारत के पास है, वहां स्थिति ठीक करने की जरूरत है। केंद्र को यहां भी सुरक्षा स्थिति सुधारने पर काम करना चाहिए।’’

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोग एक बहुत मुश्किल समय से गुजर रहे हैं, क्योंकि ‘‘हमारे होंठ सील दिये गए हैं, हमारी आवाज नहीं सुनी जा रही और हमारे सरकारी कार्यालय बाहरी लोगों से भर दिये गए हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा देश के अल्पसंख्यक समुदाय को ‘‘कमजोर’’ करने के लिए नये कानून लायी है।

लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पहली चुनावी रैली के तहत, श्रीनगर के हवल इलाके में जनसभा को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि भाजपा मुसलमानों को निशाना बना रही है और उनका अपमान कर रही है।

नेकां नेता ने आरोप लगाया, ‘‘…भाजपा का एजेंडा नफरत पर आधारित है।’’ उन्होंने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) पेश करने को लेकर भाजपा की आलोचना की। उन्होंने यह दावा भी किया कि कश्मीरी-तिब्बती उनकी रैली में नहीं आएंगे, क्योंकि सीएए उन्हें इसकी अनुमति नहीं देगा।’’

अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘यह वही शेर-ए-खास (श्रीनगर) है, जिसने हमें (राजनीतिक) गुलामी से आजादी दी है।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘लेकिन आज, हम उसी स्थिति में हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह आपको फैसला करना है कि संसद में आपका प्रतिनिधित्व करने के लिए कौन सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार है।’’

श्रीनगर में 13 मई को मतदान होना है और चुनाव मैदान में कई उम्मीदवार हैं।

अब्दुल्ला ने पूछा, ‘‘अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद, भाजपा सरकार ने कहा कि कश्मीर में समृद्धि आएगी। लेकिन वह समृद्धि कहां है?’’

लोकसभा चुनाव के बाद संभावित विधानसभा चुनाव के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘यह केवल सेमी-फाइनल है। फाइनल अभी बाकी है।’’

भाषा सुभाष नरेश

नरेश