वकीलों, विशेषज्ञों, स्वतंत्र आयोग के जरिये संरक्षित होती है इंटरपोल के नोटिस की प्रामाणिकता

वकीलों, विशेषज्ञों, स्वतंत्र आयोग के जरिये संरक्षित होती है इंटरपोल के नोटिस की प्रामाणिकता

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  • Publish Date - January 27, 2023 / 08:23 PM IST,
    Updated On - January 27, 2023 / 08:23 PM IST

नयी दिल्ली, 27 जनवरी (भाषा) इंटरपोल के नोटिसों की प्रामाणिकता की रक्षा समर्पित वकीलों, विशेषज्ञों और एक स्वतंत्र आयोग द्वारा की जाती है। इंटरपोल के महासचिव जुरगेन स्टॉक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

जुरगेन स्टॉक ने कहा कि ये तंत्र संगठन के लिए एक अतिरिक्त जिम्मेदारी है और इससे नोटिस प्रकाशित करने के लिए समय बढ़ता है, फिर भी वे सदस्य देशों के बीच विश्वास प्रदान करते हैं।

इंटरपोल के महासचिव जुरगेन स्टॉक ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से आयोजित तीसरे इंटरपोल युवा वैश्विक पुलिस नेतृत्व कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए यह बात कही।

इस कार्यक्रम में 44 देशों के युवा पुलिस अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग निकाय के पास ‘विभिन्न रंगों वाले नोटिसों’ की एक श्रृंखला है जिसके माध्यम से सदस्य देशों को भगोड़ों, लापता व्यक्तियों, कार्यप्रणाली, अज्ञात निकायों, खुफिया जानकारी आदि के बारे में सतर्क किया जाता है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंटरपोल से रेड नोटिस जारी करने की प्रक्रिया को तेज़ करने का आग्रह किया था जो किसी देश से भगोड़े व्यक्ति का पता लगाने के लिए जारी किया जाता है।

भाषा रवि कांत माधव

माधव