नलबाड़ी (असम), 24 जनवरी (भाषा) भाजपा के वरिष्ठ नेता और असम के मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने रविवार को कहा कि कांग्रेस नीत महागठबंधन और नवगठित क्षेत्रीय दलों सहित पूरे विपक्ष का एकमात्र उद्देश्य राज्य में ‘‘बाबर का शासन’’ स्थापित करना है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में यहां एक रैली को संबोधित करते हुए सरमा ने विपक्ष से पूछा कि अगर उनकी सरकार बनती है तो क्या हिंदू अपने धर्म का पालन कर पाएंगे? वह राजग की क्षेत्रीय शाखा पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन के समन्वयक भी हैं।
सरमा ने कहा, ‘‘अजमल (एआईयूडीएफ के प्रमुख बदरूद्दीन), कांग्रेस और क्षेत्रीय दलों का एकमात्र उद्देश्य असम में बाबर (मुगल बादशाह) का शासन लाना है। लेकिन जब तक भाजपा के हनुमान हैं, तब तक हम राम की विचारधारा के साथ आगे बढ़ेंगे।’’
कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए एआईयूडीएफ, भाकपा, माकपा और आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम) के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया है। चुनाव मार्च-अप्रैल में होने वाले हैं।
नए राजनीतिक क्षेत्रीय दल असम जातीय परिषद् (एजेपी) का गठन ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) और असम जातीयतावादी युवा छात्र परिषद् (एजेवाईसीपी) ने संयुक्त रूप से किया है।
उन्होंने कहा कि जब तक ‘‘‘भाजपा जिंदा है’’ तब तक अजमल दिसपुर के सौ किलोमीटर की परिधि में नहीं घुस सकेंगे। यह असम सचिवालय का क्षेत्र है।
सरमा ने आरोप लगाए कि अजमल के अनुयायियों ने बाटाद्रव एवं अन्य स्थानों पर वैष्णव संप्रदाय के पूजा स्थल ‘सतरा’ पर हमले किए।
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