त्रिपुरा में तीन बांग्लादेशी नागरिकों की मौत; विदेश मंत्रालय ने ढाका के आरोपों को खारिज किया

त्रिपुरा में तीन बांग्लादेशी नागरिकों की मौत; विदेश मंत्रालय ने ढाका के आरोपों को खारिज किया

त्रिपुरा में तीन बांग्लादेशी नागरिकों की मौत; विदेश मंत्रालय ने ढाका के आरोपों को खारिज किया
Modified Date: October 17, 2025 / 10:35 pm IST
Published Date: October 17, 2025 10:35 pm IST

नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर (भाषा) विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि तीन दिन पहले सीमा पार कर त्रिपुरा के एक गांव से मवेशी चुराने की कोशिश कर रहे तीन बांग्लादेशी तस्करों की मौत एक विवाद के दौरान हुई थी और उसने ढाका के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि भीड़ ने पीट-पीटकर उसकी हत्या की थी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह घटना 15 अक्टूबर को भारतीय क्षेत्र में लगभग तीन किलोमीटर अंदर की है, जहां तीनों बांग्लादेशी तस्करों की मौत हो गई थी।

उन्होंने कहा, “बांग्लादेश के तीन बदमाशों के एक समूह ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की और भारतीय क्षेत्र के बिद्याबिल गांव से मवेशी चुराने का प्रयास किया।”

 ⁠

जायसवाल इस मुद्दे पर मीडिया के एक सवाल का जवाब दे रहे थे।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “उन्होंने (बांग्लादेशी तस्करों ने) स्थानीय ग्रामीणों पर लोहे की रॉड और चाकुओं से हमला किया और उन्हें घायल कर दिया, और एक ग्रामीण को मार डाला। अन्य ग्रामीण वहां पहुंचे और उन्होंने हमलावरों का विरोध किया।”

जायसवाल ने कहा कि स्थानीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, जहां दो तस्कर मृत पाए गए।

उन्होंने कहा, “तीसरे तस्कर ने अगले दिन अस्पताल में दम तोड़ दिया। तीनों के शव बांग्लादेशी पक्ष को सौंप दिए गए हैं। पुलिस ने भी मामला दर्ज कर लिया है।”

उन्होंने कहा, “यह घटना इस बात की जरूरत को उजागर करती है कि बांग्लादेश को अंतरराष्ट्रीय सीमा की पवित्रता बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए और जहां जरूरत हो वहां सीमा बाड़ लगाने का समर्थन करना चाहिए, ताकि सीमा पार होने वाले अपराध और तस्करी को रोका जा सके।”

ढाका में, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने कड़ा विरोध दर्ज कराया और घटना की निंदा की।

उसने कहा, “यह जघन्य कृत्य मानवाधिकारों और कानून के शासन का गंभीर उल्लंघन है।”

ढाका ने भारत से इस घटना की तत्काल, निष्पक्ष और पारदर्शी जांच करने का भी आग्रह किया।

भाषा खारी दिलीप

दिलीप


लेखक के बारे में