झारखंड के तीन प्रवासी रसोइये नाइट क्लब में आग लगने से मारे गए
झारखंड के तीन प्रवासी रसोइये नाइट क्लब में आग लगने से मारे गए
पणजी, सात दिसंबर (भाषा) झारखंड के तीन युवक एक वर्ष पहले अपने परिवारों के लिए बेहतर रोजी रोटी कमाने के वास्ते गोवा आए थे और उत्तरी गोवा के ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब में रसोइये के रूप में काम कर रहे थे।
उत्तर गोवा का लोगों से खचाखच भरा यह नाइट क्लब रविवार आधी रात के बाद आग की भीषण लपटों में घिर गया। इस हादसे में विनोद महतो (19), प्रदीप महतो (24) और मोहित (24) के साथ 22 अन्य व्यक्तियों की मौत हो गई, जिनमें से ज्यादातर कर्मचारी थे।
विनोद महतो के चचेरे भाई राजीव साहू अब तीनों के शवों को झारखंड वापस ले जाने की व्यवस्था में जुटे हैं।
पीड़ितों के रिश्तेदार और मित्र, जिनमें से कुछ असम, झारखंड और उत्तराखंड से थे, गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के मुर्दाघर के बाहर एकत्र थे और अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी की बेचैनी से प्रतीक्षा कर रहे थे।
गोवा के पोंडा शहर में काम करने वाले साहू ने संवाददाताओं को बताया कि विनोद, पारादीप और मोहित एक साल पहले नाइट क्लब में रसोइये के रूप में काम करने के लिए गोवा आए थे।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उनके परिवार रांची में रहते हैं। वे किसान परिवार से आते हैं। वे एक साल पहले बेहतर आजीविका कमाने के लिए गोवा आए थे।’’
उन्होंने कहा कि वह तीनों शवों को विमान से रांची ले जाएंगे।
मृतकों के रिश्तेदारों ने पार्थिव शरीर को झारखंड और उत्तराखंड स्थित उनके पैतृक स्थानों पर ले जाने की व्यवस्था शुरू कर दी है।
उन्हें शायद मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत द्वारा की गई इस घोषणा की जानकारी नहीं है कि राज्य सरकार शवों को ले जाने की व्यवस्था करेगी।
एक अन्य पीड़ित सतीश राणा (27), जो मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले थे, रसोइया का काम करते थे। हादसे की खबर मिलते ही उनके रिश्तेदार गोवा पहुंच गये।
एक रिश्तेदार ने बताया कि उसने राणा और उत्तराखंड के रहने वाले तीन अन्य लोगों के शवों की पहचान कर ली है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मुझे घटना के बारे में पता चला तो मैं राणा के शव की पहचान करने और उसे अंतिम संस्कार के लिए घर ले जाने के लिए यहां आया।’’
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश

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