तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मेरे साथ धक्का-मुक्की की: भाजपा उम्मीदवार

तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मेरे साथ धक्का-मुक्की की: भाजपा उम्मीदवार

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  • Publish Date - April 30, 2024 / 07:39 PM IST,
    Updated On - April 30, 2024 / 07:39 PM IST

कोलकाता, 30 अप्रैल (भाषा) पश्चिम बंगाल के संदेशखालि में तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का चेहरा रहीं और बशीरहाट लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार रेखा पात्रा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि चुनाव प्रचार के दौरान उनके साथ सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं ने धक्का-मुक्की की।

वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने पात्रा के आरोपों को खारिज कर दिया। राज्य में सत्तारूढ़ दल ने आरोप लगाया कि भाजपा उसके समर्थकों पर हमला कर रही है।

कथित घटना बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत खारीडांगा पंचायत में दोपहर के वक्त हुई, जब भाजपा कार्यकर्ता चुनाव प्रचार कर रहे थे। संदेशखालि, इसी निर्वाचन क्षेत्र में स्थित है।

पात्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब हम चुनाव प्रचार कर रहे थे, तभी अचानक तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हमपर हमला कर दिया। उन्होंने मुझे धक्का दिया और पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं पर वार किया।’’

भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख और पार्टी के पश्चिम बंगाल प्रभारी अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि घटना तृणमूल की हताशा को दर्शाता है।

मालवीय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि शुरुआती दो चरणों में शून्य सीट मिलना तय होने के बाद तृणमूल कांग्रेस पूरी तरह हताश हो गई है।

उन्होंने कहा कि संदेशखालि की पीड़िताओं के बजाय शेख शाहजहां को बचाने को लेकर उच्चतम न्यायालय में बेनकाब होने के बाद, तृणमूल कांग्रेस खारीडांगा पंचायत प्रधान समीर बचर के साथ बंगाल में संविदा पर रखे गए पुलिसकर्मी बबलू बचर ने बशीरहाट से भाजपा उम्मीदवार रेखा पात्रा पर उस वक्त लाठियों से प्रहार किया, जब वह चुनाव प्रचार कर रही थीं।

मालवीय ने कहा, ‘‘ममता बनर्जी को अपनी घोर महिला-विरोधी राजनीति पर शर्म आनी चाहिए। राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पश्चिम बंगाल में घटती नागरिक और राजनीतिक स्वतंत्रता का संज्ञान लेना चाहिए।’’

बाद में घटना के खिलाफ इलाके में धरने पर बैठ गए। भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने घटना की निंदा करते हुए इसे ‘‘स्त्रीविरोधी रुख का स्तब्ध करने वाला प्रदर्शन’’ करार दिया। पार्टी ने दावा किया कि ‘‘ दो चरणों के चुनाव के बाद हार की आशंका से तृणमूल कांग्रेस की हताशा अपने चरम पर पहुंच गई है।

भाजपा की राज्य इकाई ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर जारी पोस्ट में कहा, ‘‘ममता बनर्जी का शासन हिंसा और दमन पर आधारित है और अब उसकी क्रूरता भी उजागर हो गई है। यह स्त्री विरोध रुख का स्तब्ध करने वाला प्रदर्शन है। तृणमूल नेताओं ने संदेशखालि हिंसा की साहसिक आवाज और बशीरहाट से भाजपा उम्मीदवार रेखा पात्रा को बेशर्मी से निशाना बनाया। इस विद्वेषपूर्ण हमले से न केवल राजनीतिक विरोधी को निशाना बनाया गया बल्कि लोकतंत्र की मूल भावना पर भी हमला किया गया। ममता बनर्जी के राजनीतिक हथकंडे की कड़ी निंदा होनी चाहिए।’’

संदेशखालि से तृणमूल कांग्रेस विधायक सुकुमार महता ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए दावा किया, ‘‘भाजपा कार्यकर्ता ने तृणमूल कार्यकर्ताओं की पिटाई की।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि वे चुनाव से पहले इलाके में माहौल खराब करना चाहते हैं।

तृणमूल कांग्रेस ने भी ‘हिंसा भड़काने’ को लेकर भाजपा की निंदा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया।

पार्टी ने कथित घटना का वीडियो ‘एक्स’ पर साझा करते हुए लिखा, ‘‘हिंसा, बंगाल विरोधी मानसिका और झूठ यहां भाजपा की चुनाव रणनीति है। आज सुबह जब भाजपा ने अपनी लोकसभा उम्मीदवार रेखा पात्रा का इस्तेमाल हिंसा भड़काने के लिए किया तो स्थानीय लोगों ने शांति बनाए रखने के लिए उनके भड़काऊ बयान पर आपत्ति जताई। यह बंगाल की ताकत है जो एकता और विविधता के किसी भी खतरे का प्रतिवाद करता है।’’

फरवरी में, संदेशखालि की कई महिलाओं ने स्थानीय तृणमूल नेताओं पर यौन उत्पीड़न करने और जमीन हड़पने के आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया था।

भाषा धीरज रंजन

रंजन