Rajiv Gandhi 33rd Death Anniversary : पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की 33वीं पुण्यतिथि आज, सोनिया-राहुल समेत कई दिग्गज नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

Rajiv Gandhi 33rd Death Anniversary : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की आज 33वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर सोनिया गांधी

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  • Publish Date - May 21, 2024 / 09:33 AM IST,
    Updated On - May 21, 2024 / 10:07 AM IST

नई दिल्ली : Rajiv Gandhi 33rd Death Anniversary : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की आज 33वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई शीर्ष कांग्रेस नेताओं ने स्व. राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की है। आज सुबह ही मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, रॉबर्ट वाड्रा दिल्ली स्थित वीर भूमि पहुंचे। यहां राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए पुष्प अर्पित किए। इसके साथ ही सचिन पायलट भी यहां पहुंचे और उन्होंने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम भी वीर भूमि पहुंचे और उन्होंने स्व. राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। एक के बाद एक कांग्रेस के शीर्ष नेता वीर भूमि पहुंच रहे हैं और राजीव गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं।

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21 मई 1991 को हुई थी राजीव गांधी की हत्या

Rajiv Gandhi 33rd Death Anniversary : बता दें कि, 21 मई 1991 में एक चुनावी रैली के दौरान तमिलनाड़ु में राजीव गांधी पर आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमे उनकी हत्या कर दी गई। चेन्नई के करीब श्रीपेरम्बदूर में उनकी मानव बम से हत्या की गई थी। जांच के बाद यह बात सामने आई थी कि एक महिला ने उनकी हत्या की है, जो मानव बम लेकर रैली में पहुंची थी। वह राजीव गांधी के पास जब पहुंची तो वो उनके पैर छूने के लिए झुकी। इस दौरान महिला ने अपनी कमर पर लगे ट्रिगर को दबा दिया। जिसके बाद यहां विस्फोट हुआ और राजीव गांधी समेत 18 लोगों की मौत हो गई।

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इसी साल रिहा हुए राजीव गांधी के हत्यारे

Rajiv Gandhi 33rd Death Anniversary : जो महिला मानव बम बनकर आई थी उसका नाम धनु था और वह लिट्टे की सदस्य थी। इस मामले में 26 दोषियों को मौत की सजा सुनाई गई थी। लेकिन मई 1999 में सुप्रीम कोर्ट ने 19 लोगों को बरी कर दिया। बाकी के सात में से चार अभियुक्त नलिनी, मुरुगन, संथन, पेरारिवलन को मृत्युदंड सुनाया गया। जबकि रविचंद्रन, रॉबर्ट और जयकुमार को उम्रकैद हुई। चारो अभियुक्त जिन्हें मृत्युदंड की सजा सुनाई गई थी, उनकी दया याचिका के बाद सजा को उम्रकैद में तब्दील कर दिया गया। बाकी अभियुक्तों की दया याचिका को 2011 में राष्ट्रपति ने ठुकरा दिया। इस वर्ष इन सबकी सजा पूरी हो गई और उन्हें रिहा कर दिया गया। अब राजीव गांधी की हत्या के मामले में कोई भी जेल में नहीं है। मुरुगन, जयकुमार और रॉबर्ट ने तीन दशक तक सजा पूरी की और उन्हें रिहा करने के बाद श्रीलंका भेज दिया गया।

 

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