नौसेना के शीर्ष कमांडर तीन दिवसीय दिल्ली सम्मेलन में समुद्री सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा करेंगे
नौसेना के शीर्ष कमांडर तीन दिवसीय दिल्ली सम्मेलन में समुद्री सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा करेंगे
नयी दिल्ली, तीन सितंबर (भाषा) हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता के बीच भारतीय नौसेना के शीर्ष कमांडर सोमवार से शुरू होने वाले तीन दिवसीय सम्मेलन में भारत की समुद्री सुरक्षा चुनौतियों और तीनों सशस्त्र बलों के बीच तालमेल बढ़ाने के तरीकों की व्यापक समीक्षा करेंगे।
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में होने वाले सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी नौसेना कमांडरों को संबोधित करेंगे।
नौसेना ने कहा कि इस सम्मेलन और एनएसए, भारतीय थलसेना और भारतीय वायुसेना के प्रमुखों के साथ बातचीत का उपयोग अभियानगत माहौल का विश्लेषण करने, सेना के तीनों अंगों के बीच तालमेल के मुद्दे पर विचार-विमर्श करने और समुद्री बलों की तैयारी का आकलन करने के लिए भी किया जाएगा।
इस शीर्ष-स्तरीय सम्मेलन का आयोजन साल में दो बार किया जाता है, जिसमें नौसेना कमांडरों के बीच महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों पर विचार-विमर्श और इनके निर्धारण के लिए बातचीत की जाती है।
नौसेना ने कहा कि उसके वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा पिछले छह महीनों के दौरान किए गए प्रमुख परिचालन, सामग्री, रसद, मानव संसाधन, प्रशिक्षण से जुड़े और प्रशासनिक कार्यों की समीक्षा की जाएगी। इस सम्मेलन में आगामी महीनों में उठाए जाने वाली पहलों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
नौसेना ने एक बयान में कहा, “यह सम्मेलन देश के समग्र आर्थिक विकास के लिए आवश्यक सुरक्षित समुद्री वातावरण के विकास की दिशा में कई अंतर-मंत्रालयी पहल को आगे बढ़ाने के लिए वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ नौसेना कमांडरों की संस्थागत बातचीत का अवसर भी प्रदान करता है।”
इसमें कहा गया कि पिछले छह महीनों में भारतीय नौसेना के संचालन में गहन परिचालन का विस्तार अटलांटिक महासागर से प्रशांत महासागर तक देखा गया है।
नौसेना ने कहा कि यह आयोजन नौसेना प्लेटफार्मों के हथियारों/सेंसर के प्रदर्शन पर विशेष ध्यान देने के साथ नौसेना की परिचालन तत्परता की विस्तृत समीक्षा करेगा।
भाषा प्रशांत सुभाष
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