ओडिशा में मूसलाधार बारिश, महानदी में बाढ़ के आसार |

ओडिशा में मूसलाधार बारिश, महानदी में बाढ़ के आसार

ओडिशा में मूसलाधार बारिश, महानदी में बाढ़ के आसार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:23 PM IST, Published Date : August 14, 2022/9:11 pm IST

भुवनेश्वर, 14 अगस्त (भाषा) बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक बार फिर हवा के निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसके कारण ओडिशा की महानदी में ‘मध्यम बाढ़’ के आसार बन रहे हैं, जबकि राज्य में पिछले एक सप्ताह से मूसलाधार बारिश जारी है।

निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिम बंगाल में दीघा के पास तट को सुबह साढ़े 10 से साढ़े ग्यारह बजे के बीच पार कर गया, जिससे ओडिशा के कई तटीय, उत्तरी और दक्षिणी क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बालासोर से लगभग 70 किमी उत्तर पूर्व में स्थित हवा का निम्न दबाव अब उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और अगले 24 घंटों तक इसकी तीव्रता बनी रहेगी।

विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी. के. जेना ने कहा कि महानदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र सहित राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश तेज हो गयी है, इसलिए राज्य सरकार इस बार ‘मध्यम बाढ़’ की आशंका जता रही है।

एसआरसी ने कहा, ”हमें सोमवार शाम तक कटक के पास मुंडाली बैराज में लगभग 10.5 लाख क्यूसेक बाढ़ के पानी के प्रवाह की उम्मीद है। तदनुसार, हम महानदी में मध्यम बाढ़ की तैयारी कर रहे हैं।”

प्रशासन ने अगस्त 2019 में भी ऐसी ही स्थिति का सामना किया था।

जेना ने कहा कि वर्तमान में 9.5 लाख क्यूसेक पानी महानदी के निचले इलाके खैरमल के पास से बह रहा है और इसके मुंडाली तक पहुंचने में 24 घंटे लगेंगे।

एसआरसी ने कहा, ”इसलिए, हम सोमवार शाम तक महानदी के आसपास मध्यम बाढ़ की उम्मीद कर रहे हैं, जब 10 लाख क्यूसेक से अधिक पानी इसमें पहुंचेगा।”

हालांकि, जिला अधिकारियों को निचले इलाकों से लोगों को निकालने के लिए कहा गया है।

स्थिति की समीक्षा करने वाले जेना ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), आडिशा राज्य आपदा मोचन बल (ओडीएआरएफ) और दमकलकर्मियों के 22 बचाव दलों को पुरी, खुर्दा, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर और कटक जिलों में भेजा गया है, क्योंकि इन स्थानों के संभावित कारणों से अधिक बाढ़ प्रभावित होने की संभावना है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि महानदी की सहायक नदियां जैसे लूना, करंदिया, चित्रोत्ताला, दया, भार्गवी, रजुआ और मालागुनी में भी जलस्तर बढ़ गया है।

भाषा

फाल्गुनी सुरेश

सुरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers