(तस्वीरों के साथ)
बर्द्धमान (पश्चिम बंगाल), तीन मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने पश्चिम बंगाल में हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाकर छोड़ दिया है और उसके नेतृत्व वाली सरकार यहां भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति में लिप्त है।
बर्धमान-दुर्गापुर और कृष्णानगर में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए मोदी ने उत्तर 24 परगना के संदेशखालि की पीड़ित महिलाओं के प्रति ‘उदासीन’ रवैया अपनाने के लिए तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की। संदेशखालि में सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं के खिलाफ यौन शोषण के आरोप सामने आए हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने अपनी तुष्टिकरण की राजनीति के कारण संदेशखालि मामले के मुख्य आरोपी को नहीं पकड़ा क्योंकि उसका नाम शाहजहां शेख है। वहां महिलाओं के विरुद्ध इतने अत्याचार किए गए और पूरा देश दोषियों को सजा देना चाहता था। लेकिन तृणमूल कांग्रेस अंत तक मुख्य आरोपी को बचाती रही।’’
मुर्शिदाबाद जिले में तृणमूल कांग्रेस के विधायक हुमायूं कबीर की एक कथित टिप्पणी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल में हिंदू दोयम दर्जे के नागरिक क्यों बन गए हैं… टीएमसी के एक विधायक ने हाल ही में बयान दिया था कि वे हिंदुओं को भागीरथी नदी में फेंक देंगे। यह किस तरह की राजनीति है? क्या तृणमूल कांग्रेस के लिए मानवता से ज्यादा तुष्टिकरण महत्वपूर्ण है?’’
संदेशखालि से हाल ही में एक छापे के दौरान हथियार और गोला-बारूद की जब्ती पर मोदी ने आश्चर्य जताया और कटाक्ष किया कि क्या हथियार राज्य में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए थे?
प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस अपनी तुष्टिकरण की राजनीति के कारण संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस, तृणमूल और वाम दल केवल तुष्टिकरण की राजनीति में विश्वास करते हैं।’’
भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र नरेश
नरेश