केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण टीकाकरण धीमा : डोटासरा

केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण टीकाकरण धीमा : डोटासरा

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  • Publish Date - June 4, 2021 / 12:41 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:34 PM IST

जयपुर, चार जून (भाषा) कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शुक्रवार को केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उसकी गलत नीतियों के कारण राज्य में टीकाकरण की गति धीमी हो गई है।

उन्होंने दावा किया कि भाजपा द्वारा कांग्रेस व उसकी गठबंधन सरकारों द्वारा शासित राज्यों में टीके खराब होने के अनर्गल व झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं।

डोटासरा ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि केन्द्र की गलत नीतियों के कारण राज्य में टीकाकरण करने की गति धीमी पड़ गई हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये के कारण कम्पनियों से केन्द्र सरकार द्वारा वैक्सीन 150 रूपये में खरीदी जा रही है जबकि यही वैक्सीन राज्यों को 300 रुपये व 400 रुपये जीएसटी अतिरिक्त के मूल्य पर उपलब्ध हो रही है।

उन्होंने कहा कि 100 करोड़ रुपये दोनों वैक्सीन निर्माता कंपनियों को दिये जाने के बावजूद राजस्थान राज्य को युवाओं के लिये पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वैक्सीन की आपूर्ति के लिए वैश्विक टेंडर निकाले जाने के बावजूद वैक्सीन की आपूर्ति कंपनियों द्वारा सीधे सम्पर्क न किये जाने के कारण नहीं हो पा रही है।

उन्होंने कहा कि जिन युवाओं के वोट के बल पर केन्द्र में भाजपा की सरकार बनी उन्हीं युवाओं का टीकाकरण करने की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ कर उसने 18 से 44 वर्ष के समस्त युवाओं के टीकाकरण का दायित्व राज्यों पर डाल दिया। डोटासरा के अनुसार इस तरह से केंद्र की भाजपा सरकार ने युवाओं के साथ विश्वासघात किया है।

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की टीकाकरण नीति विफल होने पर लोगों को ध्यान भटकाने के लिए भाजपा द्वारा कांग्रेस शासित राज्यों व उन राज्यों जहां कांग्रेस की गठबंधन सरकार हैं, में वैक्सीन खराब होने के अनर्गल व झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के जनवरी, 2021 में जारी आदेश के मुताबिक टीकाकरण कार्यक्रम के दौरान 10 प्रतिशत वैक्सीन खराब होना सम्भव व इजाजत योग्य होना बताया गया है। उन्होंने दावा किया कि देश में वैक्सीन खराब होने की दर 6 प्रतिशत है किन्तु राजस्थान राज्य में यह दर मात्र 2 प्रतिशत है।

भाषा पृथ्वी कुंज प्रशांत

प्रशांत