Vande Bharat: पहले जाति बताओ फिर कथा कराओ, इटावा में कथावाचकों की पिटाई का असली कारण क्या था? देखिए पूरी रिपोर्ट
Yadav Kathavachak News: पहले जाति बताओ फिर कथा कराओ, इटावा में कथावाचकों की पिटाई का असली कारण क्या था? देखिए पूरी रिपोर्ट

Yadav Kathavachak News | Photo Credit: IBC24
- कथावाचकों की पिटाई सिर्फ यादव जाति के कारण हुई
- वीडियो वायरल होने के बाद राजनीति गर्म
- अखिलेश यादव ने दिया समर्थन
इटावा: Yadav Kathavachak News इटावा में कथावाचकों की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। पीड़ित कथावाचकों का कहना है कि उनकी पिटाई सिर्फ इसीलिए हुई क्योंकि वो यादव थे। जाति विशेष के लोगों की पिटाई से कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं।
Yadav Kathavachak News इन कथावाचकों को केवल इसलिए पीटा जा रहा है। उनकी चुटिया काटी जा रही है, नाक रगड़वाई जा रही है। क्योंकि वो याटव होकर ब्राह्मणों के गांव में कथा पढ़ने गए थे। वीडियो यूपी के इटावा का है। जातिवाद का जहर हमारे समाज में कितना रचा बसा है। ये वीडियो बताने को काफी है। पीड़ितों का कहना है कि वो गांव में भागवत कथा करने आए थे. तभी यहां के ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने उनसे, उनकी जाति पूछी और जवाब यादव मिला तो लोगों ने उन्हें बंधक बना लिया और उनकी पिटाई करनी शुरू कर दी. फिर इनके साथ जो-जो किया गया, वह सब वायरल वीडियो में दिख रहा है।
वीडियो वायरल हुआ तो समाजवादी पार्टी के मुखिया, यादव कथावाचकों के समर्थन में आ गए। चेतावनी दे दी कि 3 दिन में कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा प्रदर्शन होगा। हालांकि मामले में 4 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके बाद अखिलेश यादव ने उन्हीं कथावाचकों की प्रस्तुति अपने दफ्तर में सुनी और उन्हें प्रोत्साहित किया।
कहने को तो ये एक मामला भर है लेकिन इसने समाज की उस सोच पर सवाल उठाए हैं। जिसे हम आए दिन आधुनिकता की चादर ओढ़कर छिपाते आए हैं। सवाल ये भी है कि वो कौन लोग हैं जिनकी नसों में आज भी जातिवाद का जहर इतने अंदर तक रचा बसा है? ये कौन लोग हैं, जो आज के दौर में ईश्वर के नाम लेने को केवल अपना अधिकार समझते हैं? जिन्हें ये भी गवारा नहीं कि कोई और या तथाकथित दूसरी जाति का इंसान भगवान का नाम तक ले लें।