World Music Day 2020: संगीत में छिपा है जीवन का आनंद, क्या है खास दिन का इतिहास और महत्व … जानें

World Music Day 2020: संगीत में छिपा है जीवन का आनंद, क्या है खास दिन का इतिहास और महत्व ... जानें

World Music Day 2020: संगीत में छिपा है जीवन का आनंद, क्या है खास दिन का इतिहास और महत्व … जानें
Modified Date: November 29, 2022 / 08:38 pm IST
Published Date: June 21, 2020 8:06 am IST

World Music Day 2020: संगीत किसी के लिए साधन तो किसी के लिए साधना है, किसी के लिए आनंद तो किसी के लिए पूरा जीवन है, कठिन समय में किसी के लिए जीने का हौसला तो बुरे दौर में किसी की ताकत और राहत है, संगीत किसी के लिए नवसृजन है तो किसी के लिए अनुशासन है। यूं कहें कि संगीत एक ऐसा माध्यम है, जो हमारे जीवन में कई मोड़ पर हमारी जरूरतें पूरी करता है। यह हमारी आत्मा का उन्नयन करता है और शरीर की कई बीमारियों का इलाज भी करता है।

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आज संगीत को ही समर्पित विश्व संगीत दिवस (World Music Day) है। हर वर्ष 21 जून को दुनियाभर में संगीत दिवस मनाया जाता है। संयोग से इसी तारीख को योग दिवस भी होता है। जानकारों के मुताबिक संगीत भी एक तरह का योग है। योग की ही तरह यह भी एक साधना है। संगीत हमें खुश रखता है। हमारे मानसिक स्वास्थ्य के साथ शारीरिक स्वास्थ्य को भी ठीक रखता है। यह हमारे शरीर में हार्मोन का संतुलन बनाए रखता है। भागदौड़ भरी जिंदगी में संगीत हमें सुकून पहुंचाता है। संगीत अकेलेपन का भी साथी है।

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कई बार जीवन में जब हम तनाव या चिंता में होते हैं तो संगीत हमें सुकून पहुंचाता है और डिप्रेशन में जाने से बचाता है। मानसिक शांति के लिए संगीत बहुत ही महत्वपूर्ण है। हम कोई गीत न भी सुनें तो सुबह से लेकर रात तक प्रकृति हमें अपना संगीत सुना रही होती है। सुबह मद्धिम हवाओं में भी एक संगीत होता है, चिड़ियों की चहचहाहट, पेड़ों के पत्तों की सरसराहट प्रकृति का संगीत ही तो है। फिर ढलती सांझ के साथ बछिया को देख गायों के रंभाने में और अपने घोंसलों में लौटते पंछियों के चहकने में हमें प्रकृति का संगीत ही तो सुनाई देता है। 

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विश्व संगीत दिवस की शुरुआत साल 1982 में आज ही के दिन फ्रांस में हुई थी। संगीत दिवस को दुनिया में फेटे डी ला म्यूजिक (Fête de la Musique) के नाम से भी जाना जाता है। फ्रांस में संगीत की दीवानगी लोगों पर इस कदर चढ़ी की उस समय के तात्कालीन सांस्कृतिक मंत्री ने संगीत दिवस मनाने की घोषणा कर दी। इस खास दिवस पर दुनियाभर के बड़े कलाकार कार्यक्रम प्रस्तुत करते और गाना गाने या परफॉर्म करने के पैसे नहीं लेते। इस खास दिवस पर दुनिया भर में संगीत कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। 

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खबरों के मुताबिक, पहले संगीत दिवस के मौके पर फ्रांस के साथ 32 से ज्यादा देश शामिल थे। इन देशों में अलग-अलग जगहों पर संगीत के कार्यक्रम आयोजित हुए और पूरी रात लोगों ने जश्न मनाया। शुरुआत में कुछ ही देशों ने संगीत दिवस मनाया था लेकिन बाद में संगीत के लिए एक खास दिन तय करने के लिए कई देश आगे आए और इस तरह दुनियाभर के बहुत सारे देशों में 21 जून को विश्व संगीत दिवस मनाया जाने लगा।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com