दिल्ली में यमुना का जलस्तर अब भी चेतावनी के निशान से ऊपर, शाम तक पार कर सकता है खतरे का निशान

दिल्ली में यमुना का जलस्तर अब भी चेतावनी के निशान से ऊपर, शाम तक पार कर सकता है खतरे का निशान

दिल्ली में यमुना का जलस्तर अब भी चेतावनी के निशान से ऊपर, शाम तक पार कर सकता है खतरे का निशान
Modified Date: August 27, 2025 / 11:31 am IST
Published Date: August 27, 2025 11:31 am IST

नयी दिल्ली, 27 अगस्त (भाषा) दिल्ली में पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर बुधवार सुबह 204.61 मीटर तक पहुंच गया और यह लगातार दूसरे दिन 204.50 मीटर के चेतावनी के निशान से ऊपर रहा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

केंद्रीय जल आयोग की ओर से मंगलवार शाम जारी बाढ़ की चेतावनी के अनुसार, जलस्तर बुधवार शाम तक खतरे के निशान को पार कर सकता है।

आयोग ने अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी रखने और आवश्यक कार्रवाई करने, जैसे कि नदी के तटबंधों के पास रहने वाले लोगों को चेतावनी देने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था करने की सलाह दी है।

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अधिकारियों ने बताया कि बुधवार सुबह नौ बजे यमुना का जलस्तर 204.61 मीटर था।

दिल्ली में चेतावनी का निशान 204.5 मीटर जबकि खतरे का निशान 205.3 मीटर है। जलस्तर 206 मीटर पहुंचने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया जाता है। पुराना रेलवे पुल नदी के प्रवाह और संभावित बाढ़ के जोखिमों पर नजर रखने के लिए एक प्रमुख अवलोकन बिंदु है।

केंद्रीय बाढ़ कक्ष के एक अधिकारी ने कहा, “जलस्तर में वृद्धि का मुख्य कारण वज़ीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे भारी मात्रा में पानी छोड़ा जाना है। जलस्तर और बढ़ने का अनुमान है।”

बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, वजीराबाद से हर घंटे लगभग 37,230 क्यूसेक पानी और हथिनीकुंड बैराज से लगभग 52,448 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।

बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में आमतौर पर 48 से 50 घंटे लगते हैं। ऊपरी इलाकों से कम पानी छोड़े जाने के बावजूद यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है।

भाषा जोहेब सिम्मी

सिम्मी


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