एसएफआई कार्यकर्ता की हत्या में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भूमिका नहीं, सुधाकरन का दावा

एसएफआई कार्यकर्ता की हत्या में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भूमिका नहीं, सुधाकरन का दावा

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  • Publish Date - January 15, 2022 / 06:15 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:50 PM IST

role in SFI worker’s murder : तिरुवनंतपुरम, 15 जनवरी (भाषा) केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के प्रमुख के. सुधाकरन ने एसएफआई के एक कार्यकर्ता धीरज राजेंद्रन की हत्या को लेकर राज्य के सत्तारूढ़ दल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पर निशाना साधते हुए शनिवार को दावा किया कि गिरफ्तार किए गए युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का धटना से कोई संबंध नहीं है।

कन्नूर के सांसद सुधाकरन ने आरोप लगाया कि 21 वर्षीय युवक मार्क्सवादी पार्टी की ‘‘हिंसक राजनीति’’ का शिकार हुआ। उन्होंने कहा कि प्रत्यक्षदर्शियों ने भी यह नहीं कहा कि गिरफ्तार किए गए युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने युवक को चाकू घोंपा था।

सुधाकरन ने दावा किया कि केरल छात्र संघ (केएसयू) और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता युवक पर हमला करने के लिए किसी के पीछे नहीं गए और सवाल किया कि पुलिस घायल राजेंद्रन को अस्पताल ले जाने के लिए अनिच्छुक क्यों थी। पुलिस से ‘‘असली’’ गुनहगारों का पता लगाने का आग्रह करते हुए सुधाकरन ने इस आलोचना को भी खारिज कर दिया कि उन्होंने युवक की मौत पर शोक नहीं जताया।

माकपा की छात्र इकाई स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह ऐसा संगठन है जो अपनी हिंसक राजनीति के कारण ही राज्य के विश्वविद्यालय परिसरों में हावी होने में कामयाब रहा है और वे केएसयू कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा कर रहे हैं।

राजेंद्रन की कथित तौर पर चाकू मारकर हत्या करने के आरोप में युवा कांग्रेस के नेता निखिल पैली और जेरिन जिजो को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। राजेंद्रन कॉलेज का छात्र था। हमले में दो छात्र अभिजीत और अमल भी गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने प्राथमिकी में कहा है कि हत्या राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते हुई है।

भाषा आशीष अमित

अमित