Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: केवल उन्हें सुनने के लिए रुकी रहती थी लाखों की भीड़, उनके भाषण से गदगद हो जाते थे लोग

Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: केवल उन्हें सुनने के लिए रुकी रहती थी लाखों की भीड़, उनके भाषण से गदगद हो जाते थे लोग

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  • Publish Date - August 16, 2023 / 08:09 AM IST,
    Updated On - August 16, 2023 / 08:26 AM IST

नई दिल्ली। Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का आज पांचवी पूण्यतिथि है। भारतीय इतिहास में तीन बार के प्रधानमंत्री रहने वाले अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म एक मध्यम वर्गीय परिवार में 25 दिसंबर 1924 में मध्य प्रदेश जिले के ग्वालियर के एक गांव में हुआ था (पैतृक गांव – बटेश्वर)। उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी एक शिक्षक और एक कवि भी थे। लंबे समय तक बीमार रहने के बाद 16 अगस्त 2018 को वाजपेयी ने दिल्ली में आखिरी सांस ली।

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Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary अटल बिहारी वाजेपी बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री बनने वाले पहले नेता थे। अटल जी की भाषण शैली गजब की थी, रैलियों में उनका भाषण को जानबूझ कर आखिर में रखा जाता था, लाखों लोगों की भीड़ केवल उन्हें सुनने के लिए रुकी रहती थी।

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एक बार की बात है जब फिल्म निर्देशक पद्म श्री डॉ. चंद्र प्रकाश द्विवेदी ने एक कार्यक्रम में ब्रिटेन की प्रधानमंत्री मारग्रेट थैचर और अटल बिहारी वाजपेयी की मुलाकात का किस्सा सुनाया था। डॉ. चंद्र प्रकाश द्विवेदी ने कहा कि अटल जी ने बताया था कि एक बार उनकी मुलाकात ब्रिटेन की प्रधानमंत्री मारग्रेट थैचर से हुई। इस दौरान इंदिरा गांधी ने अटल जी का थैचर से यह कहते हुए परिचय कराया कि ये अटल जी हैं, हिंदी में बहुत अच्छा भाषण देते हैं।

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इस पर अटल जी ने तंज कसते हुए कहा कि एक बार ऐसा सोच कर देखें कि अगर मैं ब्रिटेन में हूं और कोई मेरा परिचय उनसे कराए और कहे कि यह मारग्रेट थैचर हैं और बहुत अच्छी अंग्रेजी बोलती हैं, तो कैसा लगेगा। अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा कि अगर हिंदी में हम अपनी बात नहीं कहेंगे तो किस भाषा में कहेंगे।

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