Differance between OPS and NPS pension scheme 2023

प्रदेश में लागू हुई पुरानी पेंशन योजना, जानें OPS और NPS योजना में क्या है अंतर

Differance between OPS and NPS pension scheme 2023 सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हम पुरानी पेंशन योजना लागू करेंगे।

Edited By :   Modified Date:  January 8, 2023 / 04:44 PM IST, Published Date : January 8, 2023/4:44 pm IST

Differance between OPS and NPS pension scheme 2023: शिमला। इन दिनों हिमाचल प्रदेश में पुरानी पेंशन योजना लागू करने को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। देश के 4 राज्यों में अभी तक पुरानी पेंशन योजना लागू कर दी गई है। जिसमें राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब और झारखंड जैसे राज्य शामिल है। तो वहीं आज प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पुरानी पेंशन को लागू करने की बात कही है।

महिलाओं को मिलेंगे 1500 रुपए

Differance between OPS and NPS pension scheme 2023: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हम पुरानी पेंशन योजना लागू करेंगे। राज्य में महिलाओं को 1500 रुपये दिए जाएंगे। कांग्रेस सारे वादे पूरे कर रही है। मंत्रिमंडल विस्तार में प्रदेश के हर क्षेत्र को महत्व दिया गया है। साथ ही विभागों का आवंटन भी जल्द होगा। लेकिन प्रदेश में 2 प्रकार की पेंशन है एक OPS और NPS इन दोनों पेंशन में क्या अंतर है आज हम आपको बताते है।

OPS और NPS में अंतर

– Differance between OPS and NPS pension scheme 2023: पुरानी पेंशन योजना के तहत सरकार द्वारा कर्मचारियों-पेंशनरों को पूरी पेंशन राशि दी जाती थी, इसे 1 अप्रैल 2004 से बंद कर दिया गया था।

– नई योजना के अनुसार, देश में 1 जनवरी 2004 से NPS यानी नई पेंशन स्कीम लागू है कर्मचारी अपने मूल वेतन का 10 प्रतिशत पेंशन में योगदान करते हैं, जबकि राज्य सरकार 14 प्रतिशत का योगदान करती है।
– OPS के तहत रिटायरमेंट के वक्त कर्मचारी के वेतन की आधी राशि पेंशन के रूप में दी जाती है, क्योंकि पुरानी स्‍कीम में पेंशन का निर्धारण सरकारी कर्मचारी की आखिरी बेसिक सैलरी और महंगाई दर के आंकड़ों के अनुसार होता है।
– Differance between OPS and NPS pension scheme 2023: पुरानी पेंशन स्कीम में पेंशन के लिए कर्मचारियों के वेतन से कोई पैसा कटने का प्रावधान नहीं है। पुरानी पेंशन योजना में भुगतान सरकार की ट्रेजरी के माध्यम से होता है।
– पुरानी पेंशन स्कीम में 20 लाख रुपये तक ग्रेच्युटी की रकम मिलती है, रिटायर्ड कर्मचारी की मृत्यु होने पर उसके परिजनों को पेंशन की राशि मिलती है।
– सबसे खास बात पुरानी पेंशन स्कीम में हर 6 महीने बाद मिलने वाले DA का प्रावधान है, यानी जब सरकार नया वेतन आयोग (Pay Commission) लागू करती है, तो भी इससे पेंशन (Pension) में बढ़ोतरी होती है।
– Differance between OPS and NPS pension scheme 2023: पुरानी पेंशन योजना में कर्मचारी की सैलरी से कोई कटौती नहीं होती थी, NPS में कर्मचारियों की सैलरी से 10% की कटौती की जाती है।पुरानी पेंशन योजना में GPF की सुविधा होती थी, लेकिन नई स्कीम में इसकी सुविधा नहीं है।
– पुरानी पेंशन स्कीम में रिटायरमेंट के समय की सैलरी की करीब आधी राशि पेंशन के रूप में मिलती थी, जबकि नई पेंशन योजना में निश्चित पेंशन की कोई गारंटी नहीं है।
– Differance between OPS and NPS pension scheme 2023: पुरानी पेंशन एक सुरक्षित योजना है, जिसका भुगतान सरकारी खजाने से किया जाता है। नई पेंशन योजना शेयर बाजार पर आधारित है, जिसमें बाजार की चाल के अनुसार भुगतान किया जाता है।
– NPS पर रिटर्न अच्‍छा रहा तो प्रोविडेंट फंड (Provident Fund) और पेंशन (Pension) की पुरानी स्कीम की तुलना में कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय अच्छी राशि भी मिल सकती है। ये शेयर बाजार पर निर्भर रहता है. लेकिन कम रिटर्न की स्थिति में फंड कम भी हो सकता है।

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