पत्थलगांव कांड: संवेदना पर सियासत भारी, हिट एंड रन पर मचा घमासान

मादक पदार्थों की तस्करी और साजिश तक पहुंच गई। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि आखिर क्यों ऐसी घटनाओं में संवेदना पर सियासत भारी पड़ जाती है।

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  • Publish Date - October 16, 2021 / 12:53 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:05 PM IST

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Pathalgaon accident case update : रायपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव में दशहरे के दिन गांजे से भरी कार ने श्रद्धालुओं को रौंद दिया। इसमें एक की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। जिसके बाद राज्य सरकार ने इसमें तत्काल कार्रवाई करते हुए 2 पुलिस अफसरों को लाइन अटैच और सस्पेंड कर दिया। तो वही मृतक के परिजन को 50 लाख रुपए देने की घोषणा भी कर दी। लेकिन अब ये मामला पूरी तरह राजनीतिक रुप ले लिया है। मुआवजे से शुरु हई आरोप-प्रत्यारोप की लड़ाई। मादक पदार्थों की तस्करी और साजिश तक पहुंच गई। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि आखिर क्यों ऐसी घटनाओं में संवेदना पर सियासत भारी पड़ जाती है।

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दशहरे के दिन उत्सव का माहौल खौफनाक हादसे से मातम में बदल गया। कैसे इसे नेताओं ने सियासी रंग देते हुए यूपी के लखीमपुर खीरी की घटना से जोड़ दिया। रूह कंपा देने वाली हादसे की तस्वीरें पत्थलगांव से वायरल होकर रायपुर होते हुए लखनऊ और भोपाल तक सुर्खियां बन गई। इस मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी के राष्ट्रीय नेता भी कूद पड़े।

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रोंगटे खड़ा कर देने वाली इस घटना में ये बात भी सामने आई कि कार में गांजे की तस्करी हो रही थी। लिहाजा बीजेपी और कांग्रेस नेता मादक पदार्थों की तस्करी पर एक दूसरे पर हमलावर दिखे। छत्तीसगढ़ और एमपी कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी शासित राज्यों में तस्करों को संरक्षण मिला हुआ है। जिसपर बीजेपी ने पलटवार किया कि तस्करों को किनका संरक्षण है। इसकी जांच होनी चाहिए।

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लखीमपुर खीरी की घटना के बाद बैकफुट पर आयी बीजेपी पत्थलगांव की घटना से उबरने की कोशिश करती दिख रही है। इसलिए तत्काल राज्य की कांग्रेस सरकार से 50 लाख रुपए मुआवजा और राहुल-प्रियंका गांधी को पत्थलगांव आने की मांग की। हालांकि सरकार ने मृतक के परिजन को 50 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा कर दी। साथ ही मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर राजनीति न करने की नसीहत दी।

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दूसरी ओर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने घटना में साजिश की आशंका जताई है। उन्होंने कहा है कि गाड़ी और गांजा तस्कर मध्य प्रदेश के है। इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को 1 करोड़ रु का मुआवजा देना चाहिए। गृहमंत्री के बयान पर सवाल खड़े करते हुए धरमलाल कौशिक ने कहा कि क्या छत्तीसगढ़ के आरोपी बाहर पकड़े जाएं ? तो यह माना जाए कि CM ने भेजा है।


ये हादसा दर्दनाक होने के साथ इसलिए भी बहुत बड़ा है, क्योंकि ये मादक पदार्थों की तस्करी की वजह से हुआ है। पुलिस प्रशासन अगर चौकस होती, तो शायद ऐसी डराने वाली तस्वीर न आई होती।