Publish Date - December 7, 2024 / 08:15 PM IST,
Updated On - December 8, 2024 / 10:14 AM IST
#IBC24MINDSUMMIT | Source : IBC24
भोपाल: #IBC24MINDSUMMIT : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 7 दिसंबर, शनिवार को देश की दिग्गज हस्तियां मध्यप्रदेश के सरोकार से जुड़े विषयों पर अपनी राय जाहिर करने के लिए एक मंच पर आ रही हैं। ये मंच मुहैया करा रहा है मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद चैनल IBC24। ‘माइंड समिट-पाथ टू प्रोगेस’ नाम के इस आयोजन में राजनीति, धर्म, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल जगत से जुड़ी हस्तियां समस्याओं के कारणों को उजागर करने के साथ ही उसके समाधान के लिए सुझाव भी देंगी।
IBC24 ‘माइंड समिट-पाथ टू प्रोगेस’ के अगले सेशन में शिक्षा को लेकर चर्चा हुई। इस सेशन का नाम ‘नया MP, नए चेंज..उच्च शिक्षा का चैलेंज’ दिया गया है। इस सेशन में शिक्षा को लेकर नारी शक्ति ने IBC24 के महामंच पर अपनी राय रखी है। बता दें कि आज के समय पर बिना शिक्षा के कोई भी समाज अपने सपनों को साकार नहीं कर सकता है। शिक्षा के विषय पर चर्चा करने के लिए इस सेशन में शिवानी अग्रवाल Executive Director, SAGE Group और डॉ. अदिति चतुर्वेदी आरएनटीयू प्रो चांसलर मौजूद रही।
‘नया MP, नए चेंज..उच्च शिक्षा का चैलेंज’ सेशन में एंकर पुनीत पाठक ने शिवानी अग्रवाल से सवाल पूछते हुए कहा कि आज के दौर में बच्चों को उच्च शिक्षा देकर उनको कंपनियों के लिए नहीं बल्कि कंपनी के काम के लिए तैयार कर पेश करना..इसके लिए आप की क्या तैयारी है? इस पर शिवानी अग्रवाल ने जवाब देते हुए कहा कि जो आज का यूथ है वो डिग्री हाथ में न लिए हो और स्किल हाथ में लेकर निकले हो.. चाहे उनके पास कोई भी डिग्री या डिप्लोमा हो लेकिन जिस कंपनी से जुड़े उनके मालिक का साथ देने वाला होना चाहिए।
कंपनी के मालिक को ऐसा लगना चाहिए कि जिस बच्चे को वो शामिल कर रहे हैं उनको कुछ सिखाना न पड़े बल्कि ये एक अच्छी स्किल हासिल करके आ रहा है। इसलिए हम लोग अपने शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों को केवल एक विषय की जानकारी नहीं देते। बल्कि उनके स्किल को मजबूत और तैयार करने के लिए हर विषय की जानकारी देते हैं। तभी वो अपनी जिंदगी को अच्छे से जी पाएगा और हर कार्य में सफलता हासिल करेगा। लेकिन बच्चों को तैयार करने के लिए उच्च शिक्षा और स्किल होना बहुत जरूरी है।
इसके बाद डॉ. अदिती चतुर्वेदी से सवाल पूछा कि प्रदेश में कंपनी आई, नौकरी के लिए बाहर से लोग बुलाने पड़े..क्यों? इस सवाल पर जवाब देते हुए डॉ. अदिती चतुर्वेदी ने बताया कि मुझे नहीं लगता अब इस चीज के लिए और इंतजार करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अब नई शिक्षा नीति कुछ इस तरह की है कि बस ओपन हो गया है। समिट या फिर नौकरी देने के लिए हर कॉलेज और यूनिवर्सिटी तैयार हैं। इसका उदाहरण बता दें कि आज हम लोग कंपनियों से साथ बातचीत कर समिट करते हैं जहां हमारे शैक्षणिक संस्थानों के बच्चे इस समिट में अपना स्किल दिखाते हैं। जिसके बाद कंपनी उनका चयन कर उनको नौकरी देती है। कई बड़ी कंपनियों के प्रोग्राम हम अपने छात्रों को देते हैं। जिसमें 60 प्रतिशत स्किल को मान्यता दी जाती है। इतना ही नहीं कंपनी के अधिकारी ही अब बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं। जिसकी वजह से अब छात्र हर चीज में अपना स्किल परिपक्क कर रहे हैं। अब ऐसा हो गया है कि बच्चे अपनी स्किल की दम पर कहीं भी नौकरी कर सकते हैं।