#IBC24MINDSUMMIT: कुंभ में सनातनियों के अलावा किसी गैर सनातनी के शामिल होने पर आपत्ति क्यों? आईबीसी24 के मंच पर संतों ने बताई वजह..
gathering of saints at IBC24 MIND SUMMIT कुम्भ सनातन धर्म का सुगम और विशुद्ध आयोजन होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जिन जगहों पर अमृत कलश छलका था उन पवित्र स्थानों पर कुम्भ समागम होता है और हम संत समाज उन जगहों पर जुटते है।
gathering of saints at IBC24 MIND SUMMIT | Image Credit- IBC24 News
भोपाल : #IBC24MINDSUMMIT : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शनिवार यानी आज देश की दिग्गज हस्तियां मध्यप्रदेश के सरोकार से जुड़े विषयों पर अपनी राय जाहिर करने के लिए एक मंच पर आ रही हैं। ये मंच मुहैया करा रहा है मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद चैनल IBC24। ‘माइंड समिट-पाथ टू प्रोगेस’ नाम के इस आयोजन में राजनीति, धर्म, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल जगत से जुड़ी हस्तियां समस्याओं के कारणों को उजागर करने के साथ ही उसके समाधान के लिए सुझाव भी मिल रहे है।
IBC24 ‘माइंड समिट-पाथ टू प्रोगेस’ के ‘एकता का शोर, हिंदुत्व किस ओर?’ के स्पेशल सेशन में एमपी गौसंवर्धन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् से स्वामी राघव देवाचार्य और अखिल भारतीय संत समिति के प्रमुख महामंडलेश्वर स्वामी अनिलानंद महाराज शामिल हुए।
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छोटे परिवार के सिद्धांत पर आगे बढ़ने वाले हिन्दू समाज में आये परिवर्तन और अब अधिक बच्चे पैदा करने की मांग से जुड़े सवाल पर स्वामी अवधेश पुरी ने बताया कि छोटा परिवार सुखी परिवार का नारा हमारा ही था लेकिन देश के एक वर्ग ने इससे उलट 10, 20 और 50 सन्तानो की बात की। इससे देश में हिन्दूओ की स्थिति किस तरह बदल गई। इस बदलाव ने उनकी आँख और कान दोनों ही खोल दिया है और इसने ही हमें अधिक संतान के लिए प्रेरित किया है।
कुम्भ आयोजन धर्मपरायण होने का सन्देश
कुम्भ सनातन धर्म का सुगम और विशुद्ध आयोजन होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जिन जगहों पर अमृत कलश छलका था उन पवित्र स्थानों पर कुम्भ समागम होता है और हम संत समाज उन जगहों पर जुटते है। इस तरह पूरे देश को धर्मपरायण होने का सन्देश भी देते हैं। सुनें पूरी बातचीत..

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