‘काली’ का अपमान.. नहीं सहेगा हिंदुस्तान! आस्था के नाम पर डबल स्टैंडर्ड क्यों?

'काली' का अपमान.. नहीं सहेगा हिंदुस्तान! Demand for arrest of producer arose after release of a poster of Kaali

‘काली’ का अपमान.. नहीं सहेगा हिंदुस्तान! आस्था के नाम पर डबल स्टैंडर्ड क्यों?
Modified Date: November 29, 2022 / 09:00 pm IST
Published Date: July 6, 2022 10:57 pm IST

(रिपोर्टः सतेंद्र सिंह भदौरिया) भोपालः 2 जुलाई को फिल्म काली के एक पोस्टर रिलीज़ होने के बाद पूरे देश के साथ-साथ एमपी/सीजी में भी इसका विरोध जोर शोर से हो रहा है। हिन्दू आस्था पर चोट के मामले में निर्माता की गिरफ्तारी की मांग हो रही है। दिल्ली, लखनऊ और भोपाल में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। अब सवाल ये उठ रहा है कि क्रियटिविटी के नाम पर आस्था पर चोट क्यों? सवाल ये भी है कि आस्था के नाम पर डबल स्टैंडर्ड क्यों? सिर्फ हिन्दुओं पर ही फ्रीडम क्रिएटिविटी क्यों? नूपुर शर्मा के बयान पर सर कलम करने की मांग लेकिन मां काली के अपमान पर खामोशी..क्या हिन्दू धर्म एक साफ्ट टारगेट बन गया है।

Read more : घर से लापता हुआ 8 साल का बच्चा, पत्नी ने पति पर लगाया आरोप 

साउथ फिल्ममेकर लीना मणिमकलई की डॉक्यूमेंट्री काली के विवादित पोस्टर को लेकर देश में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। पोस्टर में जिस तरह से हिंदू धर्म में आराध्य मां काली को दिखाया गया है. वो तस्वीर हम आपको नहीं दिखा रहे क्योंकि हम नहीं चाहते कि किसी की धार्मिक भावना आहत हो। लेकिन धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए लोग फिल्म को बैन करने और लीना की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़कों पर उतर गए हैं। इसी बीच TMC सांसद महुआ मोइत्रा का एक बयान आग में घी डालने का काम किया। उन्होंने कहा कि ”मेरे लिए मां काली के कई रूप हैं। मेरे लिए काली का मतलब मांस और शराब स्वीकार करने वाली देवी है। लोगों की अलग-अलग राय होती है। मुझे इसे लेकर कोई परेशानी नहीं है.” मां काली पर मोइत्रा के बयान पर सियासत गरमा गई है। TMC ने भले अपने सांसद के बयान से पल्ला झाड़ लिया. लेकिन बीजेपी मुखर है। एमपी में मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा हिंदू देवी देवताओं का अपमान किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कि जाएगा।.

 ⁠

Read more : मां काली के बाद अब भगवान शिव को सिगरेट जलाते दिखाया, इस शहर में बैनर लगाकर लिखा इस तरह की बात, मचा बवाल 

सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ मध्य प्रदेश के भोपाल में FIR दर्ज की गई है..इसे लेकर सियासी बयानबाजी भी तेज है। इधर TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्विटर पर अब पार्टी को अनफॉलो कर दिया है। बहरहाल मां काली के विवादित पोस्टर और टीमसी सांसद के बयान पर पूरे देश में बवाल मचा है। एक तरफ इसके समर्थक इसे क्रिएटिविटी फ्रीडम बता रहे हैं। तो दूसरी ओर इसके विरोधी इसे हिंदू आस्था से खिलवाड़ एक ओर देश में नुपूर शर्मा के बयान के बाद इशनिंदा को लेकर चर्चा गरम है। ऐसे में मां काली के अपमान पर दोहरा रवैया क्यों?

 


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।