टीकमगढ़: MP News: मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में 23 घंटे तक पिता का शव अंतिम संस्कार के लिए यूं ही पड़ा रहा। वजह थी बेटे की नाराजगी। पिता ने तीन साल पहले बेटी के नाम दो एकड़ जमीन कर दी थी। इससे बेटा नाराज हो गया। पिता से बातचीत तक बंद कर दी थी। शुक्रवार शाम को पिता का निधन हो गया, लेकिन शनिवार दोपहर 2 बजे तक उनका अंतिम संस्कार नहीं हुआ। लोगों ने जब पता किया तब बेटे की नाराजगी सामने आई। पुलिस और समाज के लोगों ने उसे समझाया। इसके बाद वह पिता के अंतिम संस्कार के लिए माना।
MP News: घटना टीकमगढ़ के लालमऊ गांव की है। गांव के बुजुर्ग रामकिशोर ने बताया कि चिन्ना अहिरवार (65) तीन साल पहले अपनी बेटी सुनीता के नाम पर 2 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री करा दी थी। इससे बेटा राजू नाराज था। पिता के मरने के बाद भी वह अपनी नाराजगी नहीं छोड़ रहा था। ग्रामीणों ने बताया कि जब चिन्ना अहिरवार का निधन हुआ तो गांव वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और राजू को समझाने की कोशिश की। बलदेवगढ़ थाना प्रभारी रवि गुप्ता ने बताया कि समाज और परिवार के लोगों ने बेटे राजू और बेटी सुनीता को बैठकर समझाया।
इस दौरान तय हुआ कि पिता की 2 एकड़ जमीन बेटे और बेटी के नाम एक-एक एकड़ बांटी जाएगी। पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार समझौते के बाद शनिवार दोपहर करीब 3:30 बजे के बाद परिवार और समाज के लोग शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। पुलिस की मौजूदगी में बेटे राजू अहिरवार ने पिता को मुखाग्नि दी। थाना प्रभारी ने बताया कि समाज की बैठक में तय हुआ है कि सोमवार को बेटा और बेटी के बीच जमीन की एक-एक एकड़ की रजिस्ट्री कराई जाएगी।