इंदौर (मध्यप्रदेश), 20 नवंबर (भाषा) इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) के चिकित्सकों ने 60 वर्षीय व्यक्ति के शरीर में धंसे तीन जहरीले तीर निकालकर उसकी जान बचाई है। ये तीर उस पर धन के लेन-देन के विवाद में चलाए गए थे। एमवायएच के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एमवायएच के सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अरविंद घनघोरिया ने बताया कि चिकित्सकों के 15 सदस्यीय दल द्वारा हाल ही में किए गए जटिल ऑपरेशन के दौरान 60 वर्षीय व्यक्ति के पेट, जांघ और हाथ में धंसे तीन तीर निकाले गए।
उन्होंने बताया,’मरीज इंदौर से 150 किलोमीटर दूर बड़वानी जिले का रहने वाला है। हमलावरों ने धन के लेन-देन के आपसी विवाद में दीपावली की रात उस पर जहरीले तीर चलाए थे। उसे कुल तीन तीर लगे थे।’
घनघोरिया ने बताया कि 60 वर्षीय इस व्यक्ति को उसके शरीर में धंसे तीरों के साथ बेहद गंभीर हालत में बड़वानी के एक अस्पताल से एमवायएच भेजा गया था। उन्होंने बताया कि इनमें से एक तीर उसके पेट में आठ इंच की गहराई तक धंसा हुआ था।
घनघोरिया ने बताया कि अगर मरीज के शरीर में धंसे तीर जल्दी नहीं निकाले जाते, तो उसकी जान को खतरा हो सकता था।
उन्होंने बताया कि सर्जरी के बाद मरीज की हालत अब खतरे से बाहर है और उसे जल्द ही अस्पताल से छुट्टी देकर घर भेजा जा सकता है।
अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी मध्यप्रदेश के दूरस्थ अंचलों में लोग विवाद और रंजिश की स्थिति में आज भी एक-दूसरे पर तीर-कमान से हमला कर देते हैं। उन्होंने बताया कि इन हमलों में घायल हुए लोग अपने शरीर में धंसे तीर के साथ अक्सर एमवायएच पहुंचते हैं जहां सर्जरी के जरिये इस नुकीले हथियार को उनके जिस्म से बाहर निकाला जाता है।
भाषा हर्ष राजकुमार
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