शीतकालीन सत्र: OBC आरक्षण के मुद्दे पर मंत्री भूपेंद्र सिंह का चैलेंज, कहा- एक भी बात गलत हुई तो दे दूंगा इस्तीफा…

सदन में मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आरक्षण के विरोध में कांग्रेस पांच बार कोर्ट गई। जितनी याचिकाएं लगाई गईं सबके सब कांग्रेसी थे।

शीतकालीन सत्र: OBC आरक्षण के मुद्दे पर मंत्री भूपेंद्र सिंह का चैलेंज, कहा- एक भी बात गलत हुई तो दे दूंगा इस्तीफा…
Modified Date: November 29, 2022 / 08:59 pm IST
Published Date: December 21, 2021 12:52 pm IST

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। सदन में आज OBC आरक्षण का मुद्दा जोर शोर से उठा। भारी हंगामे के बीच सदन में आरक्षण पर स्थगन प्रस्ताव लाया गया। जिस पर चर्चा जारी है। सदन में मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आरक्षण के विरोध में कांग्रेस पांच बार कोर्ट गई। जितनी याचिकाएं लगाई गईं सबके सब कांग्रेसी थे। कांग्रेस नेत्री जया ठाकुर, जाफर सैयद इन दोनों ने OBC आरक्षण को चुनोती दी। इस पर कांग्रेस ने आपत्ति ली।

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यह भी पढ़ें:  पानी और गैस की तर्ज पर नागरिकों को लेना होगा सीवरेज का कनेक्शन, निगम ने जारी किया निर्देशकहा कि आरक्षण के खिलाफ नहीं परिसीमन और रोटेशन के खिलाफ याचिकाएं थीं। वहीं कांग्रेस ने भूपेंद्र सिंह पर गलत जवाब देने का आरोप लगाया। भूपेंद्र सिंह ने चैलेंज किया कि कोर्ट के रिकॉर्ड से बोल रहा हूं। एक-एक बात रिकॉर्ड में है। अगर इनमें से एक भी बात गलत हुई तो मैं इस्तीफा देकर चला जाऊंगा। सदन में चर्चा के दौरान पूर्व मंत्री तरुण भनोत ने जोर-शोर से कहा कि अगर भूपेंद्र सिंह गलत साबित नहीं हुए, तो मैं विधायकी पद से इस्तीफा दे दूंगा।

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तन्खा के नोटिस पर कसा तंज

विवेक तन्खा के नोटिस को लेकर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि विवेक तन्खा 10 करोड़ का नोटिस दे रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ने 10 पीढ़ियां बर्बाद कर दी है और हमें धमकी दे रहे हैं। जबलपुर HC ने आरक्षण मामले में दखल देने से इनकार किया तो कांग्रेस SC गए, लेकिन SC ने वापस जबलपुर जाने को कहा। वहीं अब जबलपुर ने शीतकालीन अवकाश के बाद सुनवाई की बात कही हैं, लेकिन कांग्रेस ने SC में फिर अर्जेंट सुनवाई करवाई की। विवेक तन्खा ने महाराष्ट्र का हवाला देते हैं कि ओबीसी आरक्षण निरस्त करने की मांग की। इसलिए 100% कांग्रेस जिम्मेदार है। कांग्रेस ने 10 पीढ़ियां बर्बाद कर दीं। 10 करोड़ के नोटिस से भरपाई नहीं हो सकेगी।

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