शह मात The Big Debate: हर बात पर हिंदू-मुसलमान..क्यों निशाने पर हिना खान? धर्म के नाम पर क्यों बखेड़ा खड़ा करती है भीड़? देखिए पूरी रिपोर्ट
MP News: हर बात पर हिंदू-मुसलमान..क्यों निशाने पर हिना खान? धर्म के नाम पर क्यों बखेड़ा खड़ा करती है भीड़, देखिए पूरी रिपोर्ट
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- अंबेडकर मूर्ति विवाद के बीच हिना खान बनीं चर्चा का केंद्र
- भीड़ को शांत करने का वीडियो वायरल
- जय श्री राम के नारे लगाकर भीड़ को दिया जवाब
भोपाल: MP News उत्तेजित भीड़ को संभालती ये दबंग महिला अधिकारी हैं हिना खान अंबेडकर की मूर्ति से ग्वालियर में भड़के विवाद के जनक एडवोकेट अनिल मिश्रा जब अपने समर्थकों के साथ रामायण पाठ करने जा रहे थे तो इन्होंने रोका। भीड़ ने हिना खान को उनके पद के बजाय धर्म के आधार पर चिन्हित करने की कोशिश की और जय श्री राम के नारे लगाने लगी, लेकिन हिना खान ने भीड़ उनसे भी ज्यादा तेजी से जय श्री राम के नारे लगाए और कहा कि राम सिर्फ आपकी जागीर नहीं है।
MP News दरअसल, ग्वालियर में दलितों के अलग अलग समूहों ने एडवोकेट अनिल मिश्रा को जूतों की माला भेंट करने का संकल्प लेकर 15 अक्टूबर यानी आज बुधवार को हजारों की भीड़ जुटाने का आव्हान किया था। इसे रोकने के लिए बीते दो दिनों से प्रशासन के हाथ पैर फूले हुए थे, लेकिन पुलिस ने पूरे मामले को प्रशासनिक सजगता के साथ शांति के साथ संभाल लिया, लेकिन सूबे में सियासी फसाद जरुर छिड़ा रहा। कांग्रेस ने संघ और बीजेपी पर वर्ग संघर्ष बढ़ाने के आरोप मढ़े तो बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि- सारे फसाद की जड़ दंगे भड़काने वाली कांग्रेस है।
कुलमिलाकर ग्वालियर से शुरु अंबेडकर बनाम बीएन राव की लड़ाई को लेकर सूबे की सियासी तपिश बढ़ी हुई है, लेकिन सवाल ये है कि संविधान निर्माता अम्बेडकर हैं या बी एन राव इस बहस का हल निकालने की तत्काल ज़रूरत क्या है? एडवोकेट मिश्रा की मुहिम क्या सिर्फ उनकी मुहिम है या इसके पीछे और लोग हैं? सवाल ये भी कि- कोई भी भीड़ आखिर धर्म के नाम पर ही क्यों बखेड़ा खड़ा करती है? क्या किसी अधिकारी को धर्म के चश्मे से देखना जायज है?

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